बिहार की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है। मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरे इलाके में तनाव फैला दिया है। इस हत्या के विरोध में मोकामा और आसपास के इलाकों में गुस्से का माहौल है। शुक्रवार को निकली दुलारचंद की शव यात्रा जनाक्रोश में तब्दील हो गई, जिसमें सैकड़ों लोग सड़क पर उतरकर “अनंत सिंह को फांसी दो” के नारे लगा रहे थे।
- Mokama Murder Case: मुख्य बिंदु
- शव यात्रा में उमड़ा सैलाब, गूंजे नारे
- पंडारक में बंद रहा बाजार, प्रदर्शन से बढ़ा तनाव
- हवाई फायरिंग की अफवाह से मचा हड़कंप
- अनंत सिंह समेत पांच पर हत्या का केस दर्ज
- अनंत सिंह बोले – “यह सब सूरजभान सिंह की साजिश है”
- राजनीतिक नेताओं का जमघट, बयानबाजी तेज
- प्रशासन सतर्क, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
- चुनावी माहौल में हिंसा से बढ़ा सियासी तनाव
- Mokama Murder Case: बिहार की राजनीति में फिर उभरी बाहुबली संस्कृति, दुलारचंद हत्या से बढ़ा सियासी तूफान
Mokama Murder Case: मुख्य बिंदु
- मोकामा में न्याय की मांग: दुलारचंद यादव की शव यात्रा में गूंजे नारे, अनंत सिंह पर हत्या का आरोप
- Mokama Murder Case: पंडारक में हत्या के विरोध में बाजार बंद, सड़क पर उतरे लोग, बढ़ा तनाव
- हवाई फायरिंग की अफवाह से मोकामा में अफरा-तफरी, पटना पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
- मोकामा हत्याकांड में बड़ा खुलासा: अनंत सिंह, दो भतीजे और तीन सहयोगी नामजद, छापेमारी तेज
- Mokama Murder Case: अनंत सिंह ने तोड़ी चुप्पी, कहा – ‘मुझे चुनाव से दूर रखने की साजिश हो रही है’
- Mokama Murder Case: जनसुराज बनाम राजद, हत्या पर नेताओं की सियासी बयानबाजी तेज
- मोकामा हत्याकांड के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर, इलाके में फ्लैग मार्च और पुलिस की सख्त निगरानी
- मोकामा हत्याकांड ने बढ़ाई बिहार चुनाव की गरमी, अनंत सिंह पर लगे आरोपों से बदले समीकरण
- मोकामा हत्याकांड का सच: बिहार की राजनीति में हिंसा, बाहुबल और न्याय की जंग
शव यात्रा में उमड़ा सैलाब, गूंजे नारे
शुक्रवार दोपहर को दुलारचंद यादव की शव यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। भीड़ के हाथों में लाठी-डंडे थे और चेहरों पर गुस्सा साफ दिख रहा था। जनसुराज कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि दुलारचंद की हत्या बाहुबली नेता और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के इशारे पर की गई।
परिजनों का कहना है कि उन्होंने हमलावरों को पहचान लिया है और पुलिस तुरंत गिरफ्तारी करे। मृतक के परिवार ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा, “हमने सब देखा, किसने गोली चलाई। पुलिस अगर चाहे तो 24 घंटे में हत्यारे पकड़े जा सकते हैं।”
पंडारक में बंद रहा बाजार, प्रदर्शन से बढ़ा तनाव
हत्या की खबर फैलते ही पंडारक बाजार में सभी दुकानें बंद कर दी गईं। स्थानीय लोग और जनसुराज समर्थक सड़क पर उतर आए और कई जगहों पर जाम लगाया। गुस्साए युवाओं ने दुकानों के शटर गिरा दिए और अनंत सिंह की गिरफ्तारी की मांग की।
कई जगहों पर रोड़ेबाजी और पथराव की घटनाएं हुईं, जिससे कुछ लोग घायल भी हुए। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल बुलाया और केंद्रीय रिजर्व बल (CRPF) के जवानों को तैनात कर दिया।
हवाई फायरिंग की अफवाह से मचा हड़कंप
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में लोगों का काफिला भागते हुए और वाहनों पर पथराव करते दिखा। वीडियो सामने आने के बाद दावा किया गया कि अनंत सिंह के समर्थकों और मृतक के गुट के बीच हवाई फायरिंग हुई।
हालांकि, पटना पुलिस ने तुरंत बयान जारी कर कहा —
“यह खबर पूरी तरह अफवाह है। किसी भी तरह की गोलीबारी की पुष्टि नहीं हुई है। स्थिति नियंत्रण में है।”
पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
अनंत सिंह समेत पांच पर हत्या का केस दर्ज
इस मामले में पुलिस ने अनंत सिंह, उनके दो भतीजे रणवीर सिंह और कर्मवीर सिंह, करीबी छोटन सिंह और कंजय सिंह समेत कुल पांच लोगों पर नामजद FIR दर्ज की है।
दुलारचंद यादव के पोते की तहरीर पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि इन लोगों ने मिलकर सुनियोजित तरीके से हत्या की साजिश रची। इसके अलावा, कुछ अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा लिया है और लगातार आरोपियों की तलाश में छापेमारी अभियान चला रही है।
अनंत सिंह बोले – “यह सब सूरजभान सिंह की साजिश है”
मामले में नाम आने के बाद बाहुबली नेता अनंत सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह पूरा मामला उन्हें फंसाने की राजनीतिक साजिश है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब राजद प्रत्याशी वीणा देवी के पति सूरजभान सिंह की चाल है।
“मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे और बेबुनियाद हैं। जनता सब जानती है कि सच्चाई क्या है। यह सब मुझे चुनाव से दूर रखने के लिए किया जा रहा है।”
अनंत सिंह का यह बयान सामने आने के बाद राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया है।
राजनीतिक नेताओं का जमघट, बयानबाजी तेज
हत्या की सूचना मिलते ही जनसुराज पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। पीयूष प्रियदर्शी ने कहा कि यह हत्या सिर्फ एक समर्थक की नहीं, बल्कि लोकतंत्र की हत्या है।
वहीं, राजद प्रत्याशी वीणा देवी ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा,
“चाहे आरोपी कितना भी बड़ा हो, कानून से ऊपर कोई नहीं है। हम न्याय दिलाने तक पीछे नहीं हटेंगे।”
प्रशासन सतर्क, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
पुलिस ने पंडारक और मोकामा क्षेत्र में भारी तैनाती की है। डीएसपी स्तर के अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए फ्लैग मार्च निकाला गया है।
पटना पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
चुनावी माहौल में हिंसा से बढ़ा सियासी तनाव
मोकामा में यह हत्या ऐसे समय हुई है जब बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी चरम पर है। अनंत सिंह का नाम इस हत्याकांड में आने से राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, यह मामला मोकामा सीट को बिहार की सबसे चर्चित सीटों में से एक बना सकता है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई निष्पक्ष नहीं हुई, तो यह मामला राज्यभर में चुनावी मुद्दा बन सकता है।
Mokama Murder Case: बिहार की राजनीति में फिर उभरी बाहुबली संस्कृति, दुलारचंद हत्या से बढ़ा सियासी तूफान
मोकामा हत्या कांड सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि बिहार की राजनीतिक हिंसा और बाहुबली संस्कृति की झलक दिखाता है। जहां एक ओर चुनावी माहौल में सत्ता और विरोधी खेमे आमने-सामने हैं, वहीं जनता न्याय और सुरक्षा की उम्मीद लगाए बैठी है। पुलिस की चुनौती है कि वह सच्चाई को उजागर करे और दोषियों को सजा दिलाकर जनता का भरोसा बहाल करे।

