हाल के दिनों में भारत में स्वदेशी डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों को तेज़ी से लोकप्रियता मिल रही है। इस क्रम में Zoho Corporation की दो प्रमुख सेवाएं – Zoho Mail और Arattai (मैसेजिंग ऐप) – पिछले 24 घंटे में लगभग रिकॉर्ड स्तर के डाउनलोड देख रही हैं।
इस अचानक उछाल के पीछे सिर्फ तकनीकी उत्कृष्टता ही नहीं है, बल्कि एक व्यापक जागरूकता की लहर भी है – जिसमें डेटा सुरक्षा, स्वदेशी टेक्नोलॉजी (Make in India), और सरकारी समर्थन शामिल हैं।
Arattai की असाधारण सफलता
- Zoho के स्वदेशी मैसेजिंग ऐप Arattai ने अब तक कुल 7.5 मिलियन डाउनलोड का आंकड़ा पार कर लिया है।
- सिर्फ तीन दिनों में इसकी ट्रैफ़िक में 100 गुना वृद्धि हुई – नए साइनअप्स 3,000 प्रति दिन से बढ़कर लगभग 350,000 प्रति दिन हो गए।
- इस वृद्धि ने ऐप स्टोर की रैंकिंग्स में Arattai को शीर्ष पायदान तक पहुंचाया, WhatsApp, Telegram जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए।
- Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने बताया कि यह ऐप Zoho की मौजूदा AV/messaging फ्रेमवर्क पर विकसित है, जिसे कंपनी वर्षो से उपयोग कर रही थी।
- Arattai अभी तक सभी संदेशों के लिए एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन सक्षम नहीं है, लेकिन वॉयस और वीडियो कॉल्स में यह सुरक्षा पहले से मौजूद है। कंपनी ने कहा है कि टेक्स्ट चैट के एन्क्रिप्शन को जल्द लागू किया जाएगा।
Zoho Mail पर भी ध्यान

Arattai की सफलता के बीच, Zoho की दूसरी सेवा Zoho Mail भी चर्चा में है।
- स्वदेशी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के सरकारी रुझान के चलते, कई सरकारी विभाग एवं उपयोगकर्ता Zoho Mail पर स्विच कर रहे हैं।
- रिपोर्ट्स बताती हैं कि Zoho Mail में व्यक्तिगत खाता पंजीकरणों में 150 गुना वृद्धि हुई, और व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं की संख्या में 300% की वृद्धि दर्ज हुई।
- Zoho ने अपनी सर्वर और डेटा सेंटर क्षमताओं को तुरंत बढ़ाने का काम शुरू कर दिया है, ताकि नए उपयोगकर्ताओं की मांग को पूरा किया जा सके।
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इस बूम के पीछे कारण
- सरकारी समर्थन और प्रचार
केंद्र सरकार और ICT मंत्री तेजी से स्वदेशी डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को प्रोत्साहित कर रहे हैं। मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य लोक हस्तियों ने Zoho की सेवाओं की सार्वजनिक रूप से प्रशंसा की है। - डेटा सुरक्षा और स्वामित्व
उपयोगकर्ताओं में बढ़ती जागरूकता है – विदेशी ऐप्स पर डेटा नियंत्रण और प्राइवेसी संबंधी चिंताएँ बढ़ रही हैं। Arattai का “spyware-free”, “डेटा भारत में ही होस्ट” और “स्वदेशी टेक” का वाला प्रस्ताव ये संदेश देता है कि यह भरोसेमंद विकल्प हो सकता है। - नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्केलिंग
Zoho ने तकनीकी दृष्टि से पहले से तैयार एवं स्केलेबल अवसंरचना (frameworks) विकसित रखी थी। इसने अचानक आए उपयोगकर्ता विस्फोट को संभालने में मदद दी।
कंपनी ने जल्दी से सर्वर क्षमता बढ़ाई और रोडमैप को ताज़ा किया। - नेटवर्क प्रभाव (Network Effects)
जैसे ही उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ी, उनसे जुड़े लोग भी आकर्षित हुए। एक मित्र ने ऐप डाउनलोड किया, तो दूसरे को संदेश गया – इस तरह नेटवर्क इफ़ेक्ट ने विस्तार को और तेज किया। - स्वाभाविक प्रचार एवं वाइरल इफेक्ट
सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप्स, समाचार चैनल्स और चर्चाओं ने इस बूम को और बढ़ावा दिया। विशेष रूप से जब बड़े नाम जैसे आनंद महिंद्रा ने Arattai डाउनलोड करने की बात की।
इस काम के लिए भी प्रयोग हो रही टेक्नॉलजी, अब हो रहा सुदुपयोग
आज का समाज टेक्नॉलजी का उपयोग अपनी दिनचर्या में बहुत ज्यादा करता है । चाहे वो Zoho Mail हो, या कोई और मैसेज भेजने वाला एप, जैसे की इंस्टाग्राम या Facebook । Email भी Professional Communication का बहुत अच्छा माध्यम है । लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन्हीं सोशल मीडिया platforms और मैसेजिंग एप का इस्तेमाल आज के दिन लोगों के बीच सच्ची धार्मिक जागरूकता फैलाने के लिए किया जा रहा है । करोड़ों लोग रोज अपने घर बैठकर सत्संग सुन रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज इस बदलाव के जनक हैं ।
आप शायद पहली बार ये पढ़ रहे हो कि टेक्नॉलजी के जमाने में ऐसे भी लोग हैं जो इसका दुरुपयोग न करके सुदुपयोग कर रहे हैं और सच्चे ज्ञान का प्रचार कर रहे हैं । संत रामपाल जी महाराज के सभी सोशल मीडिया Platforms और उनकी वेबसाईट पर आज ही विज़िट करिए और देखिए ये बदलाव कैसे हो रहा है ।
24 घंटे में Zoho Mail और Arattai App पर FAQs:
Q1. Arattai ऐप क्या है और यह कैसे काम करता है?
Arattai एक भारतीय मैसेजिंग ऐप है जिसे Zoho ने विकसित किया है। यह टेक्स्ट, वॉयस/वीडियो कॉल, मीडिया शेयरिंग और ग्रुप चैट जैसी सुविधाएँ प्रदान करता है। अभी यह सभी चैट्स के लिए एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन सक्षम नहीं करता, लेकिन वॉयस/वीडियो कॉल में यह सुविधा पहले से मौजूद है।
Q2. Arattai और WhatsApp में क्या अंतर है?
Arattai को “spyware-free” और डेटा भारत में ही स्टोर करने जैसी विशेषताओं के साथ पेश किया जाता है। इसकी प्रमुख अंतर यह है कि अभी पूरी चैट एन्क्रिप्शन पूरी तरह से लागू नहीं है, और WhatsApp की तुलना में नेटवर्क उपयोगकर्ता आधार अभी छोटा है।
Q3. क्या Zoho Mail पर माइग्रेशन करना आसान है?
हाँ, Zoho Mail मे Gmail, Outlook आदि से आसान माइग्रेशन टूल्स और दिशा-निर्देश प्रदान करता है। उपयोगकर्ता अपने ईमेल डेटा को Zoho Mail में स्थानांतरित कर सकते हैं। (Zoho के स्वयं के दस्तावेज़ देखें)
Q4. क्या Arattai में एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन जल्द आएगा?
हां, Zoho ने घोषणा की है कि टेक्स्ट चैट्स के लिए एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन को पहले से निर्धारित तिथियों से जल्दी लागू करने की योजना बना रहा है।
Q5. क्या Arattai भविष्य में WhatsApp का प्रतिस्थापन बन सकती है?
यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। हालांकि तेजी से बढ़ती स्वीकार्यता, सरकारी समर्थन और तकनीकी सुधारों से Arattai को अच्छा अवसर मिल सकता है। लेकिन उपयोगकर्ता प्रतिधारण (user retention) और नेटवर्क प्रभाव (network effects) इसके लिए चुनौती बनेंगे।