हाल ही में PM मोदी ने मालदीव दौरे को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण बातें शेयर की है। जिसमें PM मोदी ने मालदीव स्वतंत्रता दिवस में शामिल होने और द्वीपक्षीय निवेश संधि और मुक्त व्यापार समझौते के बारे में बताया। PM मोदी की मालदीव यात्रा गुरुवार को शुरू हुई और शुक्रवार को वे मालदीव के एयरपोर्ट पर पहुंचे।
जहां मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुईज्जू और केबिनेट मंत्रियों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। इसके साथ ही PM मोदी ने मालदीव को उनके 60वें स्वतंत्रता वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई दी और मालदीव को भारत के “Neighbourhood First Policy” के रूप में संबोधित किया।
PM मोदी के मालदीव दौरे से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु :-
- ब्रिटेन के दौरे के बाद PM मोदी अपने दूसरे दौर को लेकर शुक्रवार सुबह मालदीव के एयरपोर्ट पर पहुंचे।
- मालदीव दौरे को करने के पीछे का कारण PM मोदी ने भारत-मालदीव राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने और द्वीपक्षीय निवेश संधि पर चर्चा करने को बताया।
- मालदीव को भारत की ओर से स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर मिली हार्दिक बधाई।
- PM मोदी और राष्ट्रपति मुईज्जू ने दोनों देशों के बीच स्थाई मित्रता बनाएं रखने के लिए डाक टिकट और नवनिर्मित रक्षा मंत्रालय भवन का उद्घाटन किया। साथ ही “एक पेड़ मां के नाम ” तहत पौधे लगाए।
- PM मोदी ने मालदीव को 565 मिलियन डॉलर, यानि लगभग पांच हज़ार करोड़ रुपये की “लाइन ऑफ क्रेडिट” देने का लिया निर्णय।
PM मोदी पहुंचे मालदीव के दौरे पर
PM मोदी हाल ही में अपने मालदीव दौरे को लेकर काफ़ी चर्चित है। आपको बता दें PM मोदी को मालदीव द्वारा 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। जिसके चलते PM मोदी की ने अपनी यात्रा गुरुवार रात को ब्रिटेन से शुरू की और शुक्रवार को वे मालदीव के एयरपोर्ट पर पहुंचे। जहां मालदीव राष्ट्रपति मुईज्जू और केबिनेट मंत्रियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।
PM मोदी का मालदीव दौरा करने के पीछे क्या कारण हैं
मालदीव की यात्रा को लेकर PM मोदी ने अपना महत्वपूर्ण फैसला बताया। जिसमें उन्होंने मालदीव के साथ द्विपक्षीय निवेश संधि और व्यापार मुक्त समझौते को इस दौरे का मुख्य कारण बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मुईज्जू और अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ आगामी बैठकों को लेकर उत्सुक हैं, ताकि दोनों देशों के साझा दृष्टिकोण के अनुरूप व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाया जा सके। साथ ही, हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को मजबूती देने के लिए आपसी सहयोग को और सशक्त किया जा सके।
मालदीव को अपनी स्वतंत्रता वर्षगांठ पर मिली बधाई
मालदीव द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। जिसको लेकर PM मोदी काफ़ी चर्चित हैं। उन्होंने मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर हार्दिक शुभकामनाएं दी और कहा कि “मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस पर Guest of Honour के रूप में आना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं इस निमंत्रण के लिए राष्ट्रपति जी का आभार व्यक्त करता हूँ और सभी भारतवासियों की ओर से मालदीव के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।”
साथ ही उन्होंने कहा कि “भारत और मालदीव के संबंध सदियों पुराने हैं। हम पड़ोसी हैं, साझेदार हैं, और जरूरत के समय साथ खड़े रहने वाले सच्चे मित्र हैं। जैसा कि मैंने पहले भी उल्लेख किया है, मालदीव भारत की ‘Neighbourhood First’ नीति में एक महत्वपूर्ण सहयोगी और रणनीतिक साझेदार के रूप में शामिल है।
PM मोदी के द्वारा मालदीव पहुंचने पर किए गए महत्वपूर्ण कार्य
PM मोदी ने मालदीव की यात्रा को लेकर काफ़ी महत्वपूर्ण कार्य किए। जहां उन्होंने मालदीव और भारत के बीच समझौते को लेकर आपस में मिलकर महत्वपूर्ण कार्य किए जो इस प्रकार है :-
- PM मोदी ने मालदीव सरकार की ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल और 5 मिलियन वृक्षारोपण की प्रतिज्ञा के तहत पौधे लगाए, जो उनकी पर्यावरण संरक्षण और जलवायु कार्रवाई के प्रति साझा प्रतिबद्धता उजागर करता है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मुईज्जू ने माले में नवनिर्मित रक्षा मंत्रालय भवन का उद्घाटन किया, जो भारत-मालदीव रक्षा सहयोग और बुनियादी ढांचे के विकास में एक मील का पत्थर है।
- इसके साथ ही भारत-मालदीव राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, PM मोदी और मालदीव राष्ट्रपति ने संयुक्त रूप से एक विशेष डाक टिकट जारी किया, जो दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता का प्रतीक है।
भारत की ओर से मालदीव को मिले तोहफे
भारत की मालदीव दौरे के तहत ही PM मोदी ने मालदीव के लिए अनेकों सहायता और आर्थिक सहयोग दिए जो इस प्रकार हैं :-
- मालदीव को भारत की ओर से 565 मिलियन डॉलर “लाइफ ऑफ क्रेडिट” वित्तीय सहायता दी गई ।
- भारत ने मालदीव के साथ व्यापार, सुरक्षा और sustainable development की बात कही।
- दोनों देशों अर्थात् भारत – मालदीव के बीच मुक्त व्यापार समझौते की बात हुई।
- साथ ही Infrastructure हो या फिर Capacity Building, मालदीव की विकास यात्रा के हर मोड़ पर भारत ने मालदीव को साथ देने की बात कही।
- स्वास्थ्य सेवा सहयोग के रूप में PM मोदी ने राष्ट्रपति मुईज्जू को भीष्म क्यूब्स सौंपे।