प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव आया है। 2014 बैच की IFS अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पर्सनल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। वाराणसी की रहने वाली निधि तिवारी पहले विदेश मंत्रालय में निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों से जुड़ी रही हैं। उनकी इस महत्वपूर्ण नियुक्ति से विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीतियों को मजबूती मिलेगी। जानिए उनके सफर और नई जिम्मेदारियों के बारे में।
2014 बैच की अधिकारी निधि तिवारी बनीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव
डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (DoPT) ने हाल ही में मंत्रालय में कई अधिकारियों के कार्यों में फेरबदल किया है। इसी क्रम में, भारतीय विदेश सेवा (IFS) की 2014 बैच की अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी सचिव (प्राइवेट सेक्रेटरी) नियुक्त किया गया है।
DoPT द्वारा जारी आदेश के अनुसार, निधि तिवारी वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। उनकी उत्कृष्ट सेवाओं को देखते हुए, उन्हें अब प्रधानमंत्री के निजी सचिव की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रधानमंत्री के निजी सचिव के रूप में, निधि तिवारी कई महत्वपूर्ण कार्यों का संचालन करेंगी, जिनमें प्रधानमंत्री के दैनिक कार्यों का समन्वय, महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन, और विभिन्न सरकारी विभागों के साथ तालमेल स्थापित करना शामिल है। ऐसे में, यह सवाल उठ रहा है कि आखिर निधि तिवारी कौन हैं?
प्रधानमंत्री मोदी जी की निजी सचिव बनीं निधि तिवारी से जुड़ी मुख्य जानकारी:
1. निधि तिवारी की नियुक्ति: निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई पर्सनल सेक्रेटरी (PS) के रूप में नियुक्त किया गया है।
2. आईएएस अधिकारी: निधि तिवारी 2000 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं।
3. अनुभव: उन्होंने प्रशासनिक सेवाओं में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और व्यापक अनुभव रखती हैं।
4. नए दायित्व: इस नियुक्ति के बाद वह प्रधानमंत्री के कार्यालय (PMO) में पीएम मोदी के प्रशासनिक और आधिकारिक कार्यों में सहयोग करेंगी।
5. पूर्व पर्सनल सेक्रेटरी: उन्होंने विनय कुमार की जगह ली है, जो पहले इस पद पर कार्यरत थे।
6. महिला सशक्तिकरण: उनकी नियुक्ति को महिला सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री की निजी सचिव बनीं निधि तिवारी: जानिए उनका संक्षिप्त जीवन परिचय
निधि तिवारी, 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं, वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। उन्हें नवंबर 2022 में पीएमओ का उप सचिव नियुक्त किया गया था। PMO में शामिल होने से पहले, वह विदेश मंत्रालय (MEA) के निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के डिवीजन में अंडर सेक्रेटरी (अवर सचिव) के रूप में कार्यरत थीं। मूल रूप से वाराणसी के मेहमूरगंज की रहने वाली निधि तिवारी ने 2013 की सिविल सेवा परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी। परीक्षा की तैयारी के दौरान, वह वाराणसी में ही असिस्टेंट कमिश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के पद पर कार्यरत थीं।
प्रधानमंत्री के निजी सचिव पद पर मिलने वाली सुविधाएं और वेतन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में निजी सचिव के पद पर कार्यरत अधिकारियों को वेतन पे मैट्रिक्स लेवल-14 के अनुसार मिलता है। इस स्तर पर अधिकारियों का मासिक वेतन ₹1,44,200 होता है। इसके अलावा, उन्हें महंगाई भत्ता, आवास भत्ता, यात्रा भत्ता और अन्य कई भत्ते प्राप्त होते हैं। साथ ही, इस पद पर कार्यरत अधिकारियों को एक गाड़ी, प्रधानमंत्री आवास के पास सरकारी आवास, चौकीदार और सुरक्षाकर्मी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं।
PMO में निधि तिवारी की अहम भूमिका
निधि तिवारी ने 2022 में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में अंडर सेक्रेटरी के रूप में कार्यभार संभाला। 6 जनवरी 2023 को उन्हें उप सचिव (डिप्टी सेक्रेटरी) के पद पर प्रोमोशन मिला। वह ‘विदेश और सुरक्षा’ (Foreign & Security) डिविजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को सीधे रिपोर्ट करती हैं।
विदेश मंत्रालय में निधि तिवारी का महत्वपूर्ण योगदान
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में नियुक्त होने से पहले, निधि तिवारी विदेश मंत्रालय (MEA) के निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों (Disarmament & International Security Affairs) डिवीजन में कार्यरत थीं। उनकी अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहरी समझ ने भारत की विदेश नीति और सुरक्षा रणनीतियों को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
वाराणसी से निधि तिवारी का गहरा संबंध और उनकी महत्वपूर्ण भूमिका
निधि तिवारी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से गहरा जुड़ाव रहा है। 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था, तब से ही उनका वाराणसी से विशेष संबंध बना हुआ है। उनका गृहनगर महमूरगंज, वाराणसी लोकसभा क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में निधि तिवारी की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव है। उनकी विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रशासनिक दक्षता प्रधानमंत्री मोदी के निर्णय लेने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाएगी। उनके वाराणसी से जुड़े होने और सरकार में उनके व्यापक अनुभव को देखते हुए, यह नियुक्ति एक रणनीतिक कदम मानी जा रही है।
प्रधानमंत्री के निजी सचिव निधि तिवारी से जुड़े से संबंधित मुख्य FAQs
1. निधि तिवारी कौन हैं?
उत्तर: निधि तिवारी 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं, जिन्हें हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी सचिव नियुक्त किया गया है। इससे पहले, वे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं।
2. निधि तिवारी की शिक्षा और करियर की शुरुआत कहां से हुई?
उत्तर: निधि तिवारी ने 2013 की सिविल सेवा परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी। परीक्षा की तैयारी के दौरान, वे वाराणसी में असिस्टेंट कमिश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के पद पर कार्यरत थीं।
3. पीएमओ में निधि तिवारी की भूमिका क्या होगी?
उत्तर: प्रधानमंत्री के निजी सचिव के रूप में निधि तिवारी प्रधानमंत्री के दैनिक कार्यों का समन्वय करेंगी, महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन करेंगी और विभिन्न सरकारी विभागों के साथ तालमेल स्थापित करेंगी।
4. निधि तिवारी इससे पहले कहां कार्यरत थीं?
उत्तर: पीएमओ में शामिल होने से पहले, निधि तिवारी विदेश मंत्रालय (MEA) के निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों (Disarmament & International Security Affairs) डिवीजन में अंडर सेक्रेटरी (अवर सचिव) के रूप में कार्यरत थीं।
5. निधि तिवारी का वाराणसी से क्या संबंध है?
उत्तर: निधि तिवारी का गृहनगर वाराणसी का महमूरगंज क्षेत्र है। जबकि 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ा था, तब से उनका इस क्षेत्र से विशेष जुड़ाव रहा है।