SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » राष्ट्रीय लोक अदालत: जानें कैसे माफ़ होंगे आपके ट्रैफ़िक ई-चालान

National

राष्ट्रीय लोक अदालत: जानें कैसे माफ़ होंगे आपके ट्रैफ़िक ई-चालान

SA News
Last updated: September 14, 2025 6:09 pm
SA News
Share
राष्ट्रीय लोक अदालत जानें कैसे माफ़ होंगे आपके ट्रैफ़िक ई-चालान
SHARE

देशभर में 13 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय लोक अदालत (National Lok Adalat) आयोजित की गई। यह विशेष पहल लाखों वाहन चालकों के लिए राहत लेकर आई है, जिन पर लंबे समय से ट्रैफ़िक ई-चालान लंबित हैं। लोक अदालत का उद्देश्य छोटे-मोटे मामलों को जल्द सुलझाना और नागरिकों को अनावश्यक मुकदमेबाज़ी से बचाना है।

Contents
  • लोक अदालत में ई-चालान कैसे निपटाएँ?
  • किन चालानों को मिलेगी छूट?
  • किन चालानों पर छूट नहीं मिलेगी?
  • दिल्ली में कहाँ-कहाँ लग रही है लोक अदालत?
  • लोक अदालत से क्या फ़ायदा होगा?
  • असली न्याय कहाँ से मिलेगा?

लोक अदालत में ई-चालान कैसे निपटाएँ?

1. लंबित चालान जाँचें – वाहन मालिक अपने चालान की स्थिति राज्य की ट्रैफ़िक पुलिस की वेबसाइट या परिवहन मंत्रालय के Parivahan पोर्टल पर देख सकते हैं।

2. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें – कई राज्यों ने लोक अदालत में चालान निपटाने के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी है। यहाँ वाहन का विवरण और चालान नंबर डालना होता है।

3. टोकन और कॉल लेटर प्राप्त करें – आवेदन पूरा करने पर एक टोकन और अपॉइंटमेंट लेटर मिलता है। यह दस्तावेज़ अदालत में पेश करना ज़रूरी है।

4. लोक अदालत में उपस्थिति – तय स्थान पर जाकर दस्तावेज़, वाहन का रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र और चालान रसीद ले जाएँ।

5. कम शुल्क पर निपटारा – सुनवाई के दौरान यदि आपका चालान पात्र श्रेणी में आता है तो जुर्माना घटा दिया जाएगा या कई मामलों में चालान पूरी तरह समाप्त भी हो सकता है।

किन चालानों को मिलेगी छूट?

लोक अदालत केवल छोटे और गैर-गंभीर ट्रैफ़िक उल्लंघनों को ही सुलझाएगी। इनमें शामिल हैं:

  • बिना हेलमेट या सीट बेल्ट गाड़ी चलाना
  • गलत पार्किंग
  • ट्रैफ़िक सिग्नल तोड़ना
  • वाहन के दस्तावेज़ अधूरे होना (जैसे PUC या RC की कमी)
  • हल्की तकनीकी गलतियाँ, जैसे नंबर प्लेट की समस्या

इन मामलों में नागरिकों को भारी राहत मिलने की संभावना है।

किन चालानों पर छूट नहीं मिलेगी?

कुछ गंभीर उल्लंघनों को लोक अदालत में निपटाया नहीं जाएगा। जैसे:

  • नशे की हालत में गाड़ी चलाना
  • हिट-एंड-रन या दुर्घटना से मौत/गंभीर चोट होना
  • नाबालिग द्वारा वाहन चलाना
  • खतरनाक स्टंट या रेसिंग
  • अदालत में पहले से विचाराधीन मामले
  • दूसरे राज्यों में दर्ज चालान

इन अपराधों के लिए सामान्य न्यायिक प्रक्रिया से ही गुजरना होगा।

दिल्ली में कहाँ-कहाँ लग रही है लोक अदालत?

राजधानी दिल्ली में यह अभियान कई अदालत परिसरों में चल रहा है, जिनमें प्रमुख हैं:

  • तीस हज़ारी अदालत
  • रोहिणी अदालत
  • द्वारका अदालत
  • साकेत अदालत
  • पटियाला हाऊस
  • करकड़दुमा अदालत
  • रोज़ एवेन्यू अदालत
  • दिल्ली उच्च न्यायालय

साथ ही, स्थायी लोक अदालतें और विभिन्न ट्रिब्यूनल भी इसमें शामिल हैं।

लोक अदालत से क्या फ़ायदा होगा?

  • नागरिकों को कम जुर्माने या माफी का लाभ
  • समय और पैसों की बचत
  • अदालतों पर मामलों का बोझ कम
  • ट्रैफ़िक उल्लंघनों का त्वरित निपटारा

यह अभियान न केवल वाहन चालकों के लिए राहतकारी है बल्कि न्याय व्यवस्था को भी तेज़ और सरल बनाने की दिशा में अहम कदम है।

यदि आपके ऊपर कोई लंबित ट्रैफ़िक ई-चालान है और वह छोटे अपराध की श्रेणी में आता है, तो राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से आप कम शुल्क देकर या पूरी तरह माफी पाकर मामले से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने चालान की स्थिति पहले से जाँच लें और सभी दस्तावेज़ लेकर समय पर अदालत पहुँचें।

असली न्याय कहाँ से मिलेगा?

राष्ट्रीय लोक अदालत ने दिखाया कि कैसे इंसानी अदालतें भी दया और राहत का रास्ता खोल सकती हैं। परंतु, यदि जीवन में किए गए पाप और गलतियाँ हमारी आत्मा पर बोझ बन जाएँ तो उनका निपटारा केवल ईश्वर की अदालत में ही संभव है।

जगज्जेता संत रामपाल जी महाराज जी अपने सत्संग प्रवचनों में बताते हैं कि जिस प्रकार लोक अदालत में छोटे अपराध माफ़ हो जाते हैं, उसी तरह यदि जीव सच्चे सतगुरु से नामदीक्षा लेकर मनुष्य सत-भक्ति करता है तो ईश्वर उसके सर्व पापों को नष्ट कर देता है। संत रामपालजी बताते हैं कि वास्तविक मुक्ति और सच्ची राहत केवल परमात्मा कबीर साहेब की शरण में जाकर ही संभव है। वहाँ कोई चालान नहीं, बल्कि जन्म-जन्मांतर के कर्मों का हिसाब मिटा दिया जाता है।

अतः राष्ट्रीय लोक अदालत हमें केवल ट्रैफ़िक चालानों से राहत दे सकती है, परंतु आत्मा को जीवन-मरण के जंजाल से मुक्त कराने का काम केवल सतगुरु द्वारा बताए मोक्ष मार्ग से ही हो सकता है।

राष्ट्रीय लोक अदालत से जुड़े FAQs 

1. राष्ट्रीय लोक अदालत 13 सितंबर 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: छोटे-मोटे मामलों जैसे ट्रैफ़िक ई-चालान का त्वरित निपटारा करना और नागरिकों को मुकदमेबाज़ी से बचाना।

2. कौन से ट्रैफ़िक उल्लंघनों पर लोक अदालत में छूट मिल सकती है?

उत्तर: बिना हेलमेट या सीट बेल्ट गाड़ी चलाना, गलत पार्किंग, ट्रैफ़िक सिग्नल तोड़ना, अधूरे दस्तावेज़ और हल्की तकनीकी गलतियाँ।

3. किन गंभीर मामलों को लोक अदालत में नहीं सुलझाया जाएगा?

उत्तर: नशे में गाड़ी चलाना, हिट-एंड-रन, नाबालिग द्वारा वाहन चलाना, खतरनाक स्टंट/रेसिंग और दूसरे राज्यों में दर्ज चालान।

4. दिल्ली में राष्ट्रीय लोक अदालत कहाँ-कहाँ आयोजित हुई?

उत्तर: ती हज़ारी, रोहिणी, द्वारका, साकेत, पटियाला हाउस, करकड़दुमा, रोज़ एवेन्यू और दिल्ली उच्च न्यायालय सहित कई अदालतों में।

5. इस संसार में संपूर्ण न्याय कौन प्रदान कर सकता है?

उत्तर: इस संसार में संपूर्ण न्याय केवल कबीर परमेश्वर प्रदान कर सकते हैं। 

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love1
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article एसी आग और लगातार होते हादसे कारण, जांच और बचाव के उपाय एसी आग और लगातार होते हादसे: कारण, जांच और बचाव के उपाय
Next Article दिल्ली की हवा में घुला पारा: स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए गंभीर खतरा दिल्ली की हवा में घुला पारा: स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए गंभीर खतरा
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Sant-Rampal-Ji-App-ads

Popular Posts

Nobel Prize in Chemistry 2024 Awarded for Groundbreaking Work on Quantum Dots

The Nobel Prize in Chemistry 2024 has been awarded to Moungi Bawendi, Louis Brus, and…

By
SA News

Overcoming School Stress: Tips for a Happier, Healthier You

Stress is an inevitable part of life, especially for students. From academic pressures to social…

By
SA News

A Complete Guide to Natural and Ayurvedic Remedies for Cold

With the arrival of monsoons, catching a cold almost feels inevitable. However, even sudden weather…

By
SA News

You Might Also Like

जातीय जनगणना और पहलगाम हमला: एक सामाजिक सुधार और सुरक्षा चिंता की गहरी पड़ताल
Hindi NewsNational

जातीय जनगणना और पहलगाम हमला: एक सामाजिक सुधार और सुरक्षा चिंता की गहरी पड़ताल

By
SA News
राष्ट्रीय ट्वीड दिवस 2025: परंपरा और शैली का अनूठा संगम
National

राष्ट्रीय ट्वीड दिवस 2025 (NATIONAL TWEED DAY): परंपरा और शैली का अनूठा संगम

By
SA News
भारतीय रेलवे का नया सुपर ऐप 'RailOne' लॉन्च एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी यात्री सेवाएं
National

भारतीय रेलवे का नया सुपर ऐप ‘RailOne’ लॉन्च: एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी यात्री सेवाएं

By
SA News
भारतीय पासपोर्ट नियमों में बड़ा बदलाव जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य, पता अब बारकोड में
National

भारतीय पासपोर्ट नियमों में बड़ा बदलाव: जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य, पता अब बारकोड में

By
SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
600kLike
300kFollow
11.2kPin
151kFollow
523kSubscribe
2.1kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2025 | All rights reserved.