केंद्र सरकार ने 62 हजार करोड़ रुपये की लागत से 97 तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है। यह फैसला भारतीय वायुसेना के बेड़े को मज़बूत करने की दिशा में बड़ा कदम है। सूत्रों के मुताबिक, HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) द्वारा 2032 तक 97 नए विमानों की डिलीवरी करने की संभावना है।
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल होंगे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस लड़ाकू विमान से जुड़े मुख्य बिंदु:
- केंद्र सरकार ने 97 तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) लड़ाकू विमानों की खरीद को दी हरी झंडी
- हवा से हवा (Air-to-Air) और हवा से ज़मीन (Air-to-Ground) तक मिसाइल दागने की क्षमता रखता है तेजस Mark-1A
- MiG-21 (मिग-21) जैसे पुराने विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा
- मई 2025 में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने पिछले परियोजनाओं में देरी पर जताई निराशा
- 62 हजार करोड़ का सौदा, मेक इन इंडिया (Make In India) प्रोजेक्ट को मिलेगा बढ़ावा
क्यों ज़रूरी है तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A)
भारतीय वायुसेना बीते कई दशकों से पुराने MiG-21 (मिग-21) बेड़े पर निर्भर रही है। इन विमानों को बार-बार तकनीकी खामियों और हादसों की वजह से आलोचना झेलनी पड़ी। तेजस Mark-1A (LCA Mark-1A) उसी आवश्यकता का समाधान है। इसके आने से वायुसेना को सीमाओं पर निगरानी और दुश्मन पर जवाबी कार्रवाई की क्षमता कहीं अधिक मज़बूत होगी।
मेक इन इंडिया (Make In India) की सबसे बड़ी उपलब्धि
तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) को पूरी तरह भारत में डिजाइन एवं निर्मित किया जा रहा है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस सौदे का लगभग 65% से अधिक हिस्सा स्वदेशी उपकरणों पर आधारित होगा। ये न केवल आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है, बल्कि छोटे और मध्यम रक्षा उद्यमों को भी नए अवसर प्रदान करेगा।
सरकार पहले भी दे चुकी है ऑर्डर
HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) के लिए तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है। फरवरी 2021 में सरकार ने लगभग 46 हजार करोड़ रुपये में 83 विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी। अब 97 और विमानों का सौदा किया गया है, यानी कुल संख्या लगभग 180 हो जाएगी। हालांकि, पहले ऑर्डर की डिलीवरी तकनीकी कारणों से अब तक शुरू नहीं हो पाई है।
कब तक की जाएगी डिलीवरी (Delivery)
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 97 नए विमानों की डिलीवरी (Delivery) 2026-27 से शुरू हो सकती है, जिसे अगले 4-5 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से पूरी किया जाएगा। यानी 2032 तक भारतीय वायुसेना के पास तेजस का बड़ा बेड़ा होगा। इससे भारत दुनिया की उन चुनिंदा ताकतों में शामिल होगा, जो अपनी आधुनिक वायुसेना के लिए स्वदेशी लड़ाकू विमान बना रही हैं।
अर्थव्यवस्था पर असर (Impact on Economy)
62 हजार करोड़ रुपये का यह सौदा रक्षा क्षेत्र ही नहीं, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी मील का पत्थर है। इसकी घोषणा के बाद शेयर बाज़ार (Share Market) में तेज़ी दर्ज की गई है। इससे न सिर्फ GDP (सकल घरेलू उत्पाद) में योगदान बढ़ेगा, बल्कि भारत रक्षा निर्यात (Defence Export) में भी नई संभावनाओं की ओर कदम बढ़ाएगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह सौदा लंबे समय तक भारतीय रक्षा अर्थव्यवस्था की रीढ़ साबित होगा।
मानवता की सुरक्षा ही असली शक्ति है
महाभारत काल में दिव्य अस्त्र-शस्त्र सिद्धि से चलाए जाते थे, जिनकी अद्भुत शक्ति से पलक झपकते ही विशाल सेनाएँ नष्ट हो जाती थीं। आज विज्ञान ने वर्षों की मेहनत से तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) जैसे अत्याधुनिक विमान और मिसाइल तैयार किए हैं। यह उपलब्धि देश की ताकत और तकनीकी प्रगति का प्रतीक है।
लेकिन भारत को अध्यात्म ज्ञान की बहुत अधिक आवश्यकता है, जितना कि तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) विमान। भारत को विश्वगुरु तभी बनाया जा सकता है, जब अमन और शांति का संदेश भारत द्वारा पूरे विश्व में फैलाएं। अधिक जानकारी के लिए SA News YouTube Channel (यूट्यूब चैनल) जरूर विजिट करें।
FAQs about Indian Air Force New Defence System
1.तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) विमान की खासियत क्या है?
यह लड़ाकू विमान चौथी पीढ़ी का हल्का व अपग्रेडेड एवियोनिक्स (Avionics), रडार सिस्टम (Radar System), इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर पैकेज (Electronic Warfare Package) और आधुनिक हथियार तकनीकों से लैस है।
2. तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) लड़ाकू विमान का निर्माण कौन करेगा?
यह लड़ाकू विमान स्वदेशी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा तैयार किया जाएगा।
3. पुराने ऑर्डर (Order) की डिलीवरी कब तक हो पाएगी?
2021 में दिए गए ऑर्डर को HAL को 2028 तक पूरा करना है। HAL के चेयरमैन ने हाल ही में कहा है कि पहली डिलीवरी (Delivery) अक्टूबर 2025 में होगी।
4. पिछला और अब के ऑर्डर (Order) में क्या अंतर होगा?
तेजस Mark-1A (Tejas Mark-1A) पिछले ऑर्डर की अपेक्षा एडवांस फीचर और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
5. क्या यह विमान MiG-21 (मिग-21) की जगह लेंगे?
हाँ, इन्हें पुराने MiG-21 (मिग-21) विमानों की जगह शामिल किया जाएगा और MiG-21 को धीरे धीरे चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा।