राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के साथ YouTube ने साझेदारी की है। जिसके साथ ही भारत के छात्रों को शैक्षणिक सामग्री आपूर्ति को पूरी कराई जाएगी। दरअसल NCERT अल्फाबेट के स्वामित्व वाले वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म के साथ नए चैनल लॉन्च करने वाला है। जो कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्रों के लिए तैयार की जाएगी। YouTube नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहांस्ड लर्निंग (NPTEL) के साथ भी मिलकर प्रमाणित पाठ्यक्रम और IIT प्रमाणपत्र प्राप्त करने के ऑप्शन प्रदान करने में मदद करेगा।
नेशनल कौंसिल ऑफ़ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) के साथ पार्टनरशिप से जुड़े मुख्य बिंदु
1 .गूगल ने पूरे भारत में क्वालिटी एजुकेशन की पहुंच बढ़ाने के लिए नेशनल कौंसिल ऑफ़ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) के साथ पार्टनरशिप करने का फैसला लिया है।
2 . NCERT अल्फाबेट के स्वामित्व वाले वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म के साथ नए चैनल लॉन्च करने वाला है।
3 .जो कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्रों के लिए तैयार की गई इस सामग्री तक रास्ता बनाएगा।
4 .YouTube नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहांस्ड लर्निंग (NPTEL) के साथ भी मिलकर प्रमाणित पाठ्यक्रम और IIT प्रमाणपत्र प्राप्त करने के ऑप्शन प्रदान करने में मदद करेगा।
5 .भारतीय सांकेतिक भाषा sign language में भी पाठ्यक्रम सामग्री प्रदान की जाएगी, जिससे दिव्यांग छात्रों को बेहतर पहुंच मिल सके। ये चैनल “आने वाले महीनों” में भारत में लॉन्च किए जाएंगे।
6 . नए चैनल 29 अलग-अलग भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होंगे।
देश के आउटर एरिया में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह नीति डिजाइन की गई
वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म का कहना है कि वह भारत में कई YouTube चैनल लॉन्च करने के लिए NCERT के साथ काम कर रहा है, जिसे देश के आउटर इलाकों में शिक्षा की पहुँच बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कंपनी के अनुसार, NCERT ऐसे चैनल पेश करेगा जो “ग्रेड 1 से 12 तक के पाठ्यक्रम से जुड़े होंगे।”
सामग्री भारतीय सांकेतिक भाषा में भी उपलब्ध होगी
NCERT द्वारा विकसित किए जा रहे ये नए चैनल 29 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होंगे – कंपनी ने अभी तक इन भाषाओं की सूची उपलब्ध नहीं कराई है। सामग्री भारतीय साइन लैंग्वेज में भी उपलब्ध होगी, जिससे दिव्याग छात्रों के लिए सामग्री अधिक सुलभ हो जाएगी। कंपनी का कहना है कि चैनल भारत में “आने वाले महीनों में” उपलब्ध होंगे।
यूट्यूब चैनल, आईआईटी संस्थान के सिस्टम से बाहर के लोगों को भी नॉलेज प्रदान करने का उद्देश्य रखता है
आईआईटी में एडमिशन भारत में टॉप रैंकिंग वाले छात्रों तक ही सीमित है, लेकिन ये संस्थान आईआईटी सिस्टम से बाहर के लोगों को भी नॉलेज तक, पहुँच प्रदान कर रहे हैं। यूट्यूब ने देश में 50 प्रमाणित पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए एनपीटीईएल के साथ साझेदारी की है।
एनपीटीईएल के चैनलों के माध्यम से सभी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होंगे
कंपनी के अनुसार, एनपीटीईएल के कोर्स साहित्य, विज्ञान, खेल मनोविज्ञान – यहां तक कि रॉकेट प्रोपल्यूशन सहित कई विषयों को कवर करेंगे। ये पाठ्यक्रम यूट्यूब पर एनपीटीईएल के चैनलों के माध्यम से सभी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होंगे।
YouTube और NCERT से जुड़े FAQs
1. YouTube और NCERT के बीच किस तरह की साझेदारी है?
YouTube ने NCERT के साथ साझेदारी की है, जिसके तहत 29 भाषाओं में शैक्षिक सामग्री वाले नए YouTube चैनल लॉन्च किए जाएंगे। यह पहल छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ शैक्षिक सामग्री प्रदान करेगी।
2. इन चैनलों में कौन सी भाषाएं उपलब्ध होंगी?
ये चैनल 29 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होंगे, जिसमें भारतीय सांकेतिक भाषा (Sign Language) भी शामिल है, जिससे दिव्यांग छात्रों के लिए शैक्षिक सामग्री अधिक सुलभ हो सके।
3. किस कक्षा के छात्रों के लिए ये चैनल होंगे?
ये चैनल कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के लिए तैयार किए जाएंगे, ताकि सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुविधा मिल सके।
4. क्या ये चैनल केवल भारत में उपलब्ध होंगे?
हां, ये चैनल भारत में “आने वाले महीनों” में लॉन्च होंगे, विशेष रूप से देश के आउटर एरिया में शिक्षा की पहुंच बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
5. क्या YouTube और NCERT के चैनल में IIT के प्रमाणित पाठ्यक्रम भी होंगे?
हां, YouTube ने NPTEL के साथ मिलकर 50 प्रमाणित पाठ्यक्रम लॉन्च किए हैं, जो IIT प्रमाणपत्र प्राप्त करने के विकल्प भी प्रदान करेंगे। ये पाठ्यक्रम विभिन्न विषयों जैसे साहित्य, विज्ञान, खेल मनोविज्ञान, और रॉकेट प्रोपल्शन को कवर करेंगे।