पिछले कुछ दशकों से दुनिया भर में खानपान के तौर तरीको में काफी बदलाव आ चुके हैं। द लैंसेट मेडिकल जर्नल के अनुसार, 2050 तक दुनिया के आधे से ज़्यादा वयस्क और हर तीन में से एक बच्चा, किशोर या युवा मोटापे जैसी परेशानी का शिकार हो सकते है, कई देश मोटापा और डायबिटीज़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन स्थिति गंभीर होती जा रही है। इंटरनेशनल डायबिटीज़ फेडरेशन (IDF) के मुताबिक अभी दुनिया में 58.9 करोड़ लोग डायबिटीज़ से पीड़ित हैं। इनमें से 10.7 करोड़ मरीज़ दक्षिण-पूर्व एशिया में हैं। अनुमान है कि 2050 तक यह संख्या बढ़कर 18.5 करोड़ हो जाएगी।
- दही से लेकर ब्रेड तक में छुपी शुगर जो बढ़ा रहे हैं मोटापा, संबंधित मुख्य बिंदु:
- छिपी हुई शुगर ही वज़न बढ़ने और डायबिटीज़ का बड़ा कारण है
- क्या होती है “फ्री शुगर”?
- हेल्दी दिखने वाले लेकिन शुगर से भरे खाने
- शरीर में शुगर का असर कैसे होता है?
- प्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड का जाल
- BMI क्यों पूरा सच नहीं बताता?
- दही से लेकर ब्रेड तक छुपी शुगर जो बढ़ा रहे हैं मोटापा, से जुड़े मुख्य FAQS
दही से लेकर ब्रेड तक में छुपी शुगर जो बढ़ा रहे हैं मोटापा, संबंधित मुख्य बिंदु:
1. दुनियाभर में खानपान में बदलाव के कारण आधे से ज़्यादा वयस्क और एक तिहाई बच्चे-किशोर ओवरवेट या मोटापे के शिकार हो रहे हैं।
2. अभी दुनिया में 58.9 करोड़ लोग डायबिटीज़ से ग्रस्त हैं, जिनमें से 10.7 करोड़ दक्षिण-पूर्व एशिया में हैं, 2050 तक यह संख्या 18.5 करोड़ होने का अनुमान है।
3. दही, ब्रेड, केचअप, स्मूदी और जूस जैसी रोज़मर्रा की चीजों में मौजूद छिपी चीनी वज़न और ब्लड शुगर को तेज़ी से बढ़ाती हैं।
4. मीठा करने के लिए ऊपर से मिलाई गई शुगर (फ्री शुगर), ब्लड शुगर को तेज़ी से बढ़ाती है, WHO और NHS के अनुसार वयस्कों को रोज़ 30 ग्राम से अधिक फ्री शुगर नहीं लेनी चाहिए।
5 . प्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड में शुगर, सिरप और अन्य मिठास वाले तत्व अधिक होते हैं, जो मोटापा और डायबिटीज का बड़ा कारण बनते हैं।
6. BMI शरीर के वज़न और स्वास्थ्य का पूरा आंकलन नहीं कर पाता। एशियाई लोगों में कम BMI पर भी दिल की बीमारी और डायबिटीज का खतरा अधिक होता है, इसलिए UK ने इनके लिए BMI की सीमा कम कर दी है।
छिपी हुई शुगर ही वज़न बढ़ने और डायबिटीज़ का बड़ा कारण है
हम अक्सर नहीं जानते कि दही, ब्रेड, केचअप, स्मूदी, जूस जैसी रोज़मर्रा की चीज़ों में कितनी ज़्यादा “छिपी हुई शुगर” होती है। यही शुगर वजन बढ़ने और डायबिटीज़ का बड़ा कारण है। 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज़ डे था। यहां जानिए कि कैसे आप रोज़ ज्यादा शुगर खाने से बच सकते हैं।
क्या होती है “फ्री शुगर”?
“फ्री शुगर” वह चीनी है जो खाने-पीने की चीज़ों में मीठा करने के लिए मिलाई जाती है, शहद और फलों के रस में मौजूद होती है , प्रोसेस्ड और पैकेट वाले खाने में पाई जाती है ,WHO और यूके NHS के अनुसार वयस्कों को रोज़ाना 30 ग्राम से ज़्यादा फ्री शुगर नहीं खानी चाहिए।
हेल्दी दिखने वाले लेकिन शुगर से भरे खाने
ओट्स में मिला शहद, गरमागरम ग्रेनोला, फ्लेवर दही, पैक्ड स्मूदी, ये सब हेल्दी दिखते हैं, लेकिन इनमें इतनी शुगर होती है कि सुबह ही आप पूरे दिन की सीमा पार कर देते हैं।
शरीर में शुगर का असर कैसे होता है?
शरीर पर शुगर का प्रभाव इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस रूप में खाई जा रही है, फल-सब्जियों में फाइबर होती है, जो शुगर को धीरे-धीरे शरीर में पहुंचाती है ,लेकिन जोड़ी गई चीनी (free sugar) जल्दी और ज्यादा मात्रा में ब्लड में पहुँचती है।
इससे ब्लड शुगर तेज़ी से बढ़ते है और बार-बार ऐसा होने पर शरीर इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाती है, जिससे डायबिटीज़ का खतरा बढ़ता है,
जूस पीने से भी यही जोखिम रहता है क्योंकि जूस बनाते समय फाइबर निकल जाता है।
प्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड का जाल
आज हमारे खाने में पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा शुगर है। शेल्फ लाइफ बढ़ाने और स्वाद सुधारने के लिए, स्नैक्स, प्रोसेस्ड फूड सब में चीनी मिलाई जाती है। अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड में 5 से ज़्यादा इंग्रीडिएंट होते हैं और इनमें ऐसे मीठे पदार्थ होते हैं जिन्हें आप अपनी किचन में नहीं पाते।
शुगर के छुपे नाम:
हाई फ्रक्टोज़ कॉर्न सिरप, फ्रूट जूस कॉन्सन्ट्रेट, एगेव नेक्टर, हनी (शहद) ये सब भी शुगर ही हैं।
BMI क्यों पूरा सच नहीं बताता?
दुनिया भर में लोग बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का इस्तेमाल करते हैं यह पता लगाने के लिए कि कोई व्यक्ति वज़न के मामले में हेल्दी है या नहीं। लेकिन इसमें कुछ सीमाएं हैं;
- BMI बताता है कि वज़न अधिक है, लेकिन यह नहीं बताता कि वज़न फैट के कारण या मसाले के कारण है। यह पेट की चर्बी या अंगों के आसपास जमा फैट की जानकारी नहीं देता ।
- उम्र, एक्टिविटी और जेंडर भी BMI में नहीं आते।
- एशियाई लोगों में कम BMI पर भी डायबिटीज और हार्ट डिज़ीज का जोखिम ज्यादा होता है।
- इसी कारण UK की स्वास्थ्य संस्था NICE ने 2024 में नई गाइडलाइन जारी की, एशियाई लोगों के लिए BMI की सीमा कम रखी गई है ताकि खतरे का पहले पता लगाया जा सके।
दही से लेकर ब्रेड तक छुपी शुगर जो बढ़ा रहे हैं मोटापा, से जुड़े मुख्य FAQS
1. दक्षिण-पूर्व एशिया में डायबिटीज़ के मामलों में इतनी तेज़ वृद्धि का कारण क्या है?
उत्तर: IDF के अनुसार खराब जीवनशैली, मीठे पेय, अत्यधिक शुगर और कम शारीरिक गतिविधि डायबिटीज को तेज़ी से बढ़ा रहे हैं।
2. “फ्री शुगर” क्या होती है और यह क्यों खतरनाक है?
उत्तर: यह वह चीनी है जो खाने में ऊपर से मिलाई जाती है जैसे शहद, जूस, सिरप, स्वीटनर। ये ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाती है, जिससे मोटापा और डायबिटीज का जोखिम बढ़ता है।
3 . WHO और NHS शुगर की कितनी मात्रा की सलाह देते हैं?
उत्तर :WHO और NHS वयस्कों को रोजाना 30 ग्राम से अधिक फ्री शुगर नहीं खाने की सलाह देते है।
4. जूस फलों से ज्यादा नुकसानदायक क्यों हो सकता है?
उत्तर: क्योंकि जूस में फाइबर नहीं होता, जिससे शुगर तेजी से ब्लड में जाती है और ब्लड शुगर को तेज़ी से बढ़ा देती है।
5. प्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड को खतरनाक क्यों माना जा रहा है?
उत्तर: इनमें शुगर, नमक, संरक्षक और ऐसे इंग्रीडिएंट होते हैं जो वजन और ब्लड शुगर बढ़ाते हैं।

