SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से पेरेंट्स और बच्चों के रिश्तों में बढ़ रहा तनाव

Lifestyle

स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से पेरेंट्स और बच्चों के रिश्तों में बढ़ रहा तनाव

SA News
Last updated: December 15, 2024 2:31 pm
SA News
Share
स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से पेरेंट्स और बच्चों के रिश्तों में बढ़ रहा तना
SHARE

स्मार्टफोन आज सिर्फ बच्चों की ही नहीं, बल्कि पेरेंट्स की भी आदत बन चुका है। यह तकनीक माता-पिता और बच्चों के बीच रिश्तों को कमज़ोर कर रही है। बच्चे तो बच्चे पेरेंट्स को भी मोबाइल फोन की लत लग चुकी है। माता-पिता और बच्चों का मज़बूत रिश्ता बनाने में स्मार्ट फोन बाधक बन रहा है। देश के 76 % बच्चे तो 84 % अभिभावक एक दूसरे के साथ अधिक समय व्यतीत करना चाहते हैं, लेकिन स्मार्ट फोन और इन्टरनेट मीडिया उन्हें ऐसा करने से रोक रहे है। तभी 94 % बच्चे चाहते हैं कि उनके पेरेंट्स के स्मार्ट फोन में कॉलिंग, मैसेजिंग और कैमरा जैसे तीन फीचर होना चाहिए। 

Contents
पेरेंट्स और बच्चों के स्मार्टफोन की लत से जुड़े मुख्य बिंदु:टेक्नोलॉजी के सकारात्मक उपयोग की सलाहबच्चे चाहते हैं कि पेरेंट्स के स्मार्ट फोन में  तीन फीचर होना चाहिएस्मार्ट फोन की लत के कारण बच्चे परिवार के साथ मज़बूत रिश्ते बनाने में असफलपेरेंट्स और बच्चे औसतन 4 से 5 घंटे स्मार्टफोन में बिताते हैं 64% बच्चों को स्मार्ट फोन की बुरी लत लग चुकी है  वीवो के स्ट्रेटजी हैड गीतज चन्नना ने स्मार्ट फोन के बारे में क्या बताया? स्मार्टफोन का सदुपयोग केवल आध्यात्मिक ज्ञान से संभव हैसर्वे से जुड़े FAQs

बच्चे नहीं चाहते हैं कि पेरेंट्स के स्मार्टफोन में इन्टरनेट मीडिया, एंटेरटेनमेंट और गेमिंग एप की सुविधा हो। दूसरी तरफ 75 % अभिभावक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके बच्चे स्मार्टफोन की लत की वजह से परिवार के साथ सार्थक रिश्ता नहीं बना पा रहे हैं। परंतु बच्चे और अभिभावक दोनों ही स्मार्टफोन की आदत को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है।

पेरेंट्स और बच्चों के स्मार्टफोन की लत से जुड़े मुख्य बिंदु:

1. वीवो और साइबर मीडिया की रिसर्च ने खुलासा किया कि स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग माता-पिता और बच्चों के रिश्तों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

2. “वीवो स्विच ऑफ 2024” सर्वे में यह सामने आया कि:

माता-पिता औसतन 5 घंटे और

बच्चे 4 घंटे स्मार्टफोन पर बिताते हैं।

3. माता-पिता और बच्चे अपना अधिकतर समय सोशल मीडिया और एंटरटेनमेंट एप्स पर व्यतीत करते हैं।

4. 76% माता-पिता और 71% बच्चों ने स्वीकार किया कि वे स्मार्टफोन के बिना नहीं रह सकते।

5. 64% बच्चों का मानना है कि उन्हें स्मार्टफोन की बुरी लत लग चुकी है।

6. 60% से अधिक बच्चों ने कहा कि अगर उनके दोस्त सोशल मीडिया एप्स से हट जाएं, तो वे भी इनका उपयोग छोड़ सकते हैं।

7. तीन में से एक बच्चे ने कहा कि सोशल मीडिया एप्स का आविष्कार ही नहीं होना चाहिए था।

टेक्नोलॉजी के सकारात्मक उपयोग की सलाह

वीवो इंडिया के कॉरपोरेट स्ट्रेटजी हेड गीतज चन्नना ने कहा, “टेक्नोलॉजी का उपयोग सकारात्मक बदलाव और जीवन को आसान बनाने के लिए होना चाहिए, लेकिन इसके अत्यधिक इस्तेमाल से वास्तविक रिश्ते प्रभावित हो रहे हैं।”

बच्चे चाहते हैं कि पेरेंट्स के स्मार्ट फोन में  तीन फीचर होना चाहिए

94 % बच्चे चाहते हैं कि उनके पेरेंट्स के स्मार्ट फोन में कॉलिंग, मैसेजिंग और कैमरा जैसे तीन फीचर होना चाहिए। बच्चे नहीं चाहते हैं कि पेरेंट्स के स्मार्टफोन में इन्टरनेट, सोशल मीडिया, एंटेरटेनमेंट और गेमिंग एप की सुविधा हो।

स्मार्ट फोन की लत के कारण बच्चे परिवार के साथ मज़बूत रिश्ते बनाने में असफल

दूसरी तरफ 75 प्रतिशत अभिभावक इस बात को लेकर चिंतित है कि उनके बच्चे स्मार्टफोन की लत की वजह से परिवार के साथ सार्थक रिश्ते नहीं बना पा रहे हैं। परंतु बच्चे और अभिभावक दोनों ही स्मार्टफोन की आदत को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है।

Also Read: अधिक स्मार्टफोन के इस्तेमाल से लोगों में बढ़ रही हैं पिंकी सिंड्रोम की समस्याएं

पेरेंट्स और बच्चे औसतन 4 से 5 घंटे स्मार्टफोन में बिताते हैं 

स्मार्टफोन निर्माता वीवो कंपनी और साइबर मीडिया रिसर्च की तरफ से अभिभावक-बच्चों के रिश्तों पर स्मार्टफोन का असर संबंधी अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, अभिभावक रोज़ाना औसतन पांच घंटे से अधिक, तो बच्चे चार घंटे स्मार्टफोन पर अपना समय व्यतीत करते हैं। दोनों ही इनमें से अधिकतर समय सोशल मीडिया और इंटरटेनमेंट एप पर बिताते हैं।

64% बच्चों को स्मार्ट फोन की बुरी लत लग चुकी है  

76% अभिभावक तो 71% बच्चे स्मार्टफोन के बगैर नहीं रह सकते हैं। 64%बच्चे मानते हैं कि उन्हें स्मार्टफोन की बुरी लत लग चुकी है। 60 प्रतिशत से अधिक बच्चों ने बताया कि उनके दोस्त सोशल मीडिया एप से हट जाएं तो वे भी सोशल मीडिया एप के इस्तेमाल को छोड़ सकते हैं। तीन में एक बच्चों ने यहां तक कहा कि इन सोशल मीडिया एप का आविष्कार ही नहीं होना चाहिए था। 

वीवो के स्ट्रेटजी हैड गीतज चन्नना ने स्मार्ट फोन के बारे में क्या बताया? 

वीवो इंडिया के कॉरपोरेट स्ट्रेटजी हैड गीतज चन्नना कहते हैं कि टेक्नोलॉजीज का इस्तेमाल सकारात्मक बदलाव और जिंदगी को आसान बनाने के लिए होना चाहिए, लेकिन स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल वास्तविक जीवन के रिश्तों में रूकावट बन सकता है।

स्मार्टफोन का सदुपयोग केवल आध्यात्मिक ज्ञान से संभव है

आज बच्चे हों या फिर पेरेंट्स अपना अधिक समय सोशल मीडिया और एंटरेनमेंट में समय बिताते हैं, जिसमें केवल अज्ञान होता है और यही कारण है कि पेरेंट्स और बच्चों के बीच सार्थक रिश्ता नहीं बन पा रहा है। तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी अपने सत्संग के माध्यम से बताते हैं कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल मानव को अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए करना चाहिए। टेक्नोलॉजी परमात्मा की मनुष्य को देन है और इसका सही इस्तेमाल तभी होगा जब इस पर परमात्मा की खोज की जाएगी, इसका इस्तेमाल सत्संग सुनने और ज्ञान हासिल करने के लिए किया जाएगा।

माता-पिता को भी चाहिए कि वह इसका सही उपयोग करें ताकि अपने बच्चों का सही मार्गदर्शन कर सकें। बच्चों को प्यार दें, संस्कार दें, आध्यात्मिक ज्ञान बताएं।

अधिक जानकारी के लिए आप आज ही अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से संत रामपाल जी महराज एप डाउनलोड करें और संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा लिखित पुस्तक ‘जीने की राह‘ अवश्य पढ़ें।

सर्वे से जुड़े FAQs

प्रश्न 1: कितने बच्चों का मानना है कि स्मार्टफोन में सोशल मीडिया और एंटरटेनमेंट ऐप नहीं होना चाहिए?

उत्तर: 94% बच्चे चाहते हैं कि उनके माता-पिता के स्मार्टफोन में केवल कॉलिंग, मैसेजिंग और कैमरा जैसे फीचर्स हों।

प्रश्न 2: माता-पिता और बच्चे स्मार्टफोन पर कितना समय बिताते हैं?

उत्तर: माता-पिता औसतन 5 घंटे और बच्चे 4 घंटे स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं।

प्रश्न 3: स्मार्टफोन का आविष्कार क्यों हुआ था?

उत्तर: स्मार्टफोन का आविष्कार मानव जीवन को सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए हुआ था, ताकि लोग विश्वभर की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकें।

प्रश्न 4: स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग रिश्तों पर कैसे असर डालता है?

उत्तर: स्मार्टफोन पर अत्यधिक समय बिताने से माता-पिता और बच्चों के बीच संवाद कम हो जाता है, जिससे रिश्तों में तनाव और दूरी बढ़ जाती है।

प्रश्न 5: क्या स्मार्टफोन की लत से छुटकारा पाया जा सकता है?

उत्तर: हां, यदि परिवार मिलकर स्मार्टफोन उपयोग के लिए सीमाएं तय करे और अधिक समय एक-दूसरे के साथ बिताए तो स्मार्टफोन की लत से छुटकारा संभव है। आध्यात्मिक शिक्षा और सत्संग भी इस दिशा में सहायक हो सकते हैं।

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love1
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article Metrics to Mastery Achieving Success in Customer Acquisition [2024] Metrics to Mastery: Achieving Success in Customer Acquisition
Next Article Isak Andic, Founder of Fashion Giant Mango, Dies at 71 in Mountain Accident Isak Andic, Founder of Fashion Giant Mango, Dies at 71 in Mountain Accident
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Sant-Rampal-Ji-App-ads

Popular Posts

Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ के कारण भारी बारिश, बर्फबारी और ओले, IMD का अलर्ट

भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। 11…

By SA News

वंदे भारत ट्रेन के ठहराव को लेकर सरहिंद के लिए मांग तेज

पंजाब में वंदे भारत ट्रेन के ठहराव को लेकर एक अहम मांग सामने आई है।…

By SA News

Modern Parenting: Striking the Balance Between Tradition and Progress

Parenting, the art of raising a child with love, care, education, a healthy lifestyle, spiritual…

By SA News

You Might Also Like

Maintaining Good Mental Health: A Comprehensive Guide
Lifestyle

Maintaining Good Mental Health: A Comprehensive Guide

By SA News
Microgravity’s Impact on Human Thermoregulation
Lifestyle

Microgravity’s Impact on Human Thermoregulation

By SA News
study-in-us-harvard-university-managing-happiness-course-hindi
Lifestyle

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में “मैनेजिंग हैप्पीनेस” ऑनलाइन कोर्स की शुरुआत, दैनिक जीवन में खुशी की परिभाषा

By SA News
पारंपरिक कला और आधुनिक कला का संगम
Lifestyle

पारंपरिक कला और आधुनिक कला का संगम

By SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
600kLike
300kFollow
11.2kPin
151kFollow
523kSubscribe
2.1kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2024 | All rights reserved.