दिल्ली की राजनीति में हाल ही में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है। 9 अक्टूबर 2024 को दिल्ली के 6 फ्लैग रोड पर स्थित मुख्यमंत्री आवास को लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा सील कर दिया गया। यह कार्रवाई पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद की गई, जब मुख्यमंत्री आवास का सही तरीके से हैंडओवर नहीं किया गया।
विवाद का कारण
सूत्रों के अनुसार, अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास को सौंपते समय सभी नियमों का पालन नहीं किया। नए मुख्यमंत्री आतिशी के पास इस आवास की चाबियां थीं, लेकिन उन्हें घर आवंटित करने का आधिकारिक दस्तावेज प्राप्त नहीं हुआ था। PWD अधिकारियों ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोपहर तक चाबियां वापस ले लीं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया है कि यह पहली बार है जब किसी मुख्यमंत्री को अपने कार्यकाल के दौरान आवास खाली करने के लिए कहा गया है।
राजनीति का नया मोड़
दिल्ली के वर्तमान उपराज्यपाल ने भाजपा के निर्देशों पर मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बलात उनके निवास से बाहर निकाल दिया। आम आदमी पार्टी (AAP) का कहना है कि मुख्यमंत्री आतिशी का सामान जबरदस्ती हटाया गया है और इसके पीछे उपराज्यपाल के आदेश हैं, जो भाजपा के प्रभाव में कार्य कर रहे हैं। AAP का आरोप है कि भाजपा पिछले 27 वर्षों से दिल्ली की सरकार से बाहर है और अब वह मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है।
PWD का आरोप
दिल्ली में आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के पश्चात विवाद एक बार फिर उभर आया है। पहले उनके सरकारी आवास के संबंध में विजिलेंस ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया। इसके बाद PWD ने मुख्यमंत्री आवास को सील कर दिया। PWD का कहना है कि उन्हें चाबी नहीं दी गई थी। विजिलेंस विभाग ने तीन अधिकारियों को नोटिस भेजा है, जिनमें केजरीवाल के विशेष सचिव भी शामिल हैं। इन अधिकारियों को उत्तर देने के लिए सात दिनों का समय निर्धारित किया गया है।
AAP सांसद का प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने इस विषय पर भाजपा पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने भाजपा के निर्देशों पर यह कदम उठाया है, जो पूरी तरह से अव्यावहारिक था। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल से यह प्रश्न किया कि जब वे LG आवास में गए थे, तब क्या उन्होंने पूर्व LG से इन्वेंटरी प्राप्त की थी।
सीलिंग के बाद की स्थिति
दिल्ली का मुख्यमंत्री आवास सील होने के बाद भी अभी तक खाली है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनका परिवार 4 अक्टूबर को लुटियंस दिल्ली के बंगला नंबर 5 में स्थानांतरित हो गए हैं। यह देखना बाकी है कि इस बंगले को किस नेता को सौंपा जाएगा। आम आदमी पार्टी ने यह संकेत दिया है कि भाजपा के किसी प्रमुख नेता को यह बंगला आवंटित करने की योजना है, लेकिन इस पर अभी कोई ठोस टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
मुख्यमंत्री आवास को सील करने की इस घटना ने दिल्ली की राजनीति में एक नया विवाद उत्पन्न कर दिया है, और इसके संभावित परिणामों पर ध्यान देना आवश्यक होगा।