ब्ल्यू लाइट प्रकाश स्पेक्ट्रम का हिस्सा है जिसकी तरंग दैर्ध्य कम और ऊर्जा अधिक होती है जो कि लगभग 400 से 450 नैनोमीटर होती है। यह प्राकृतिक रूप से सूर्य से आती है और कृत्रिम रूप से डिजिटल स्क्रीन, एलइडी लाइट, फ्लोरोसेंट बल्ब आदि आदि से उत्सर्जित होती है।
ब्लू लाइट और नींद के बीच क्या संबंध है?

ब्लू लाइट और नींद के बीच में बहुत ही गहरा संबंध है हमारे मस्तिष्क में पीनियल ग्रंथि से उत्पन्न होने वाले मेलाटोनिन नमक हारमोंस के उत्पादन में कमी हो सकती है दरअसल मेलाटोनिन हमारी नींद और जैन के चक्कर को नियंत्रित करने में मदद करता है इसके उपचार उत्पादन में कमी होने से नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है शुरुआत में नींद भी देरी से आ सकती है और यह भी हो सकता है कि ब्लू लाइट के संपर्क में आने से है आपको रात में भर-भर जागना पड़े और आप अनिद्रा के शिकार हो जाएं।
कौन-कौन से उपकरण ब्लू लाइट छोड़ते हैं ?
अगर हम बात करें प्रकृति की तो यह ब्लू लाइट सूर्य से आती है और अगर बात करें साइंस की तो मनुष्य द्वारा बनाए गए कई डिजिटल उपकरणों से मिलती है जिसमें शामिल है :
- स्मार्ट फोन: स्मार्टफोन की स्क्रीन में से ब्लू डार्ट निकलती है परंतु रात के समय में फोन का प्रयोग करने से ब्लू लाइट का प्रभाव ज्यादा होता है।
- लैपटॉप और कंप्यूटर: लैपटॉप और कंप्यूटर की स्क्रीन से भी ब्लू लाइट निकलती है जो की आंखों और नींद पर प्रभाव डालती है।
- टैबलेट: टैबलेट ज्यादातर बच्चों और वयस्कों द्वारा प्रयोग में लाया जाता है टैबलेट की स्क्रीन से भी ब्लू लाइट निकलती है।
- टीवी: टीवी की स्क्रीन से भी ब्लू लाइट निकलती है लंबे समय तक टीवी देखने से ब्लू लाइट का प्रभाव अधिक हो जाता है।
- ई – रीडर: एडिटर ब्रीफ्लाई लाइक छोड़ते हैं परंतु कुछ मॉडल ऐसे हैं जिसमें फिल्टर होने से काफी हद तक ब्लू लाइट के प्रभाव को कम कर देते हैं।
- गेमिंग कंसोल: गेम्स खेलने वालों के लिए भी गेम खेलना अब खतरा बन गया है गेमिंग कंसोल की स्क्रीन से भी ब्लू लाइट निकलती है।
- एलईडी लाइट: एलईडी बल्ब दे तो आज हर घर में अपनी जगह बना ली है यह बल्ब भी बुलेट का स्त्रोत हैं।
नींद से पढ़ने वाले मानसिक और शारीरिक असर
नींद का हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। नींद अगर पूरी हो तो हम स्वस्थ रहते हैं और अनिद्रा से हमारा मासिक और शारीरिक स्वास्थ्य विपरीत दिशा में चलने पर कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।

- मानसिक असर: नींद तो पूरी होने से हमें तुम तनाव का सामना करना पड़ सकता है हम हर वक्त चिंता में डूबे रह सकते हैं। नींद की कमी से एकाग्रता और स्मृति पर भी प्रभाव पड़ता है। निद्रा की कमी से हमारा मूड भी स्विंग हो सकता है जिसके चलते मनुष्य का स्वभाव चिड़चिड़ा और आक्रामक हो सकता है।
- शारीरिक असर: निरंतर अनिद्रा के चलते हमारे प्रतिरक्षक प्रणाली कमजोर हो सकती है अनिद्रा से हमारे हृदय पर भी बहुत ही गहरा असर पड़ सकता है हृदय रोग के साथ-साथ उक्त रक्तचाप का खतरा बढ़ सकता है। अनिद्रा से हमारे वज़न में वृद्धि होती है तथा डायबियीज़ और अन्य शारीरिक समस्याएँ भी हो सकती हैं।
ब्लू लाइट से बचने का आसान उपाय
आज के इस जमाने में ब्लू लाइट को अवशोषित करने वाले चश्मे पहनने के साथ-साथ अपने स्मार्टफोन कंप्यूटर तथा अपने टीवी पर ब्लू लाइट फिल्म लगानी चाहिए। रात के समय में स्क्रीन टाइम को सीमित करें तथा सोने से कम से कम 1 घंटा पहले डिवीजन को का उपयोग बंद कर देना चाहिए।
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ब्लू लाइट से बचने के लिए अपने डिवीजन पर नाइट मोड चालू रखें नाइट मॉड स्क्रीन की रोशनी को काम करता है खासकर रात में अगर पढ़ने का शौक रखते हैं तो रात के समय में रीडर का उपयोग करें जो ब्लू लाइट नहीं छोड़ता हो।
बेहतर नींद के लिए क्या करें ?
चिकित्सक के मुताबिक हमें रोजाना एक ही समय पर सोना व उठाना चाहिए तथा हमें साप्ताहिक छुट्टी होने पर भी समय में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए। सोते समय एक आरामदायक बिस्तर और तकिया का प्रयोग अति आवश्यक है और अपने बेडरूम का माहौल शांत रखें। रोजाना व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम करने से हमारी नींद ओर भी ज्यादा अच्छी होती है परंतु रात को सोने से पहले व्यायाम नहीं करना चाहिए। अच्छी नींद के लिए हमें चाय, काफी और शराब का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इन सभी उपायों से हम अपनी नींद की गुणवता में सुधार कर सकते हैं।
परमात्मा का विधान
परमात्मा की मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं सकता। परमात्मा कहते हैं यह सब खेल हमने किए। परमात्मा ने मनुष्य को अपने ही आकर का बनाया है उसमें अपना अंश आत्मा प्रवेश कर 84 लाख योनियों में सबसे सर्वश्रेष्ठ मानव बनाया, पाप – पुण्य दो बीज बनाए, 6 दिन में सब सृष्टि रच कर सातवें दिन अपने तख्त पर विराजा, खाने को बीजदार फल दिए, हरी-हरी सब्जियां दी, सूर्य से रोशनी दी और उस रोशनी में ब्लू लाइट का स्त्रोत भी है और उसे ब्लू लाइट और यू वी रेज़ से बचने के लिए ओजोन लेयर भी बनाई।
परंतु मनुष्य ने नए उपकरण की खोज कर अपने लिए ब्लू लाइट से होने वाले खतरे को बहुत ज्यादा बढ़ा लिया है। ये सभी उपकरण परमात्मा द्वारा परमात्मा की महिमा के बखान के लिए बनाए गए हैं जिनका मनुष्य अपने जीवन को आसान करने के स्थान पर उनका आदी हो गया गया है।परमात्मा की सत्यभक्ति से तथा आत्मा का परमात्मा से मिलन का उद्देश्य रखने से मनुष्य जन्म सफल होता है।
आज वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज हमें सत भक्ति प्रदान कर रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल।