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Agriculture Students in 2025: इन 6 करियर संबंधी गलतियों से बचना चाहिए

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Last updated: June 25, 2025 12:10 pm
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Agriculture Students in 2025: इन 6 करियर संबंधी गलतियों से बचना चाहिए
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कभी सिर्फ खेती और ग्रामीण जीवन का प्रतीक मानी जाने वाली कृषि आज वैश्विक खाद्य सुरक्षा, तकनीकी नवाचार और जलवायु अनुकूलन का आधार बन चुकी है। भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में हजारों छात्र हर साल कृषि विश्वविद्यालयों में दाखिला लेते हैं, ताकि इस क्षेत्र को नई दिशा दे सकें या अपने लिए एक सुरक्षित भविष्य बना सकें। लेकिन इतनी संभावनाओं के बावजूद कई छात्र सिर्फ इसलिए असफल हो जाते हैं क्योंकि वे करियर की शुरुआत में कुछ आम गलतियां कर बैठते हैं। आइए जानते हैं ऐसी 6 आम गलतियां, जिनसे बचकर आप अपना कृषि करियर बेहतर बना सकते हैं।

Contents
गलती 1: कृषि की विविधता को नजरअंदाज करनागलती 2: एग्रीटेक और इनोवेशन को अनदेखा करनागलती 3: परिवार या दोस्तों के दबाव में क्षेत्र चुननागलती 4: नेटवर्किंग और इंडस्ट्री से जुड़ाव की अनदेखीगलती 5: सॉफ्ट स्किल्स और एंटरप्रेन्योरशिप को महत्व न देनागलती 6: सिर्फ सरकारी नौकरी को करियर का अंतिम लक्ष्य माननाआत्ममूल्यांकन से बनेगा मजबूत करियर आधारवैश्विक दृष्टिकोण अपनाएं, सीमाएं तोड़ेंकरियर में अध्यात्म से सच्चा संतुलननिष्कर्ष: तैयार करें एक भविष्य-उन्मुख कृषि करियरतेजी से दोहराएं – ये 6 गलतियां जिनसे बचेंFAQs: कृषि करियर से जुड़े आम सवाल

गलती 1: कृषि की विविधता को नजरअंदाज करना

कृषि अब सिर्फ खेतों और हल-जोतने तक सीमित नहीं है। इसमें ड्रोन, डेटा एनालिटिक्स और टिकाऊ कृषि जैसे कई पहलू शामिल हो चुके हैं। कई छात्र यह मानकर चलते हैं कि कृषि सिर्फ परंपरागत खेती ही है और वे बागवानी, कृषि इंजीनियरिंग, फूड टेक्नोलॉजी, एग्री-बिजनेस मैनेजमेंट जैसी शाखाओं को नजरअंदाज कर देते हैं।

विशेषज्ञ सलाह: अपनी पढ़ाई के पहले साल से ही विभिन्न क्षेत्रों को जानने की कोशिश करें। वेबिनार में भाग लें, पूर्व छात्रों से मिलें और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे eKrishiShiksha या AgMOOCs से सीखें।

गलती 2: एग्रीटेक और इनोवेशन को अनदेखा करना

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन और स्मार्ट इरिगेशन जैसी तकनीकें खेती का भविष्य तय कर रही हैं। फिर भी कई छात्र सिर्फ सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे रहते हैं और एग्रीटेक की अपार संभावनाओं को अनदेखा कर देते हैं। सच्ची कहानी: महाराष्ट्र के रोहित शर्मा ने B.Sc. एग्रीकल्चर के बाद IoT और कृषि पर एक कोर्स किया और अब बेंगलुरु की एक एग्रीटेक कंपनी में दोगुनी तनख्वाह पर काम कर रहे हैं।

सलाह: एग्रीटेक इंटर्नशिप करें, हैकथॉन में भाग लें और ग्‍लोबल एग्रीटेक समिट जैसे आयोजनों में जाएं।

गलती 3: परिवार या दोस्तों के दबाव में क्षेत्र चुनना

कई छात्र कृषि को सिर्फ इसलिए चुनते हैं क्योंकि परिवार की परंपरा है या साथी ऐसा कर रहे हैं। लेकिन बिना खुद की रुचि और क्षमता को परखे यह फैसला करना आगे चलकर निराशा का कारण बन सकता है।

सेल्फ चेक:

  • क्या आप खेतों में काम करना पसंद करते हैं या लैब में?
  • आप टेक्नोलॉजी, सामाजिक बदलाव या व्यापार में रुचि रखते हैं?
  • आप नीति निर्माता, शिक्षक, उद्यमी या शोधकर्ता बनना चाहेंगे?

उपाय: MapMyTalent जैसे टूल या NAHEP की साइकोमेट्रिक टेस्टिंग का सहारा लें।

गलती 4: नेटवर्किंग और इंडस्ट्री से जुड़ाव की अनदेखी

कृषि में डिग्री आपके लिए दरवाजे खोलेगी, लेकिन नेटवर्क आपको आगे ले जाएगा। बहुत से छात्र इंटर्नशिप, सेमिनार, और लिंक्डइन जैसे प्लेटफॉर्म का फायदा नहीं उठाते, जिससे वे नए अवसरों से चूक जाते हैं।

Also Read: From Traditional Farming to Smart Agriculture: A Tech-Driven Transformation 

उदाहरण: काव्या चौहान ने पौधों की बीमारियों पर ब्लॉग लिखना शुरू किया और 6 महीने में एक निजी कंपनी से रिसर्च इंटर्नशिप का ऑफर मिला।

उपाय: KVK वर्कशॉप, ICAR प्रोजेक्ट में वालंटियर करें और प्रोफेशनल नेटवर्क बनाएं।

गलती 5: सॉफ्ट स्किल्स और एंटरप्रेन्योरशिप को महत्व न देना

कृषि में सिर्फ तकनीकी ज्ञान से काम नहीं चलता। आपको अपने विचारों को बेचने, किसानों को समझाने और टीम चलाने की कला भी आनी चाहिए। इसके अलावा कृषि में स्टार्टअप और नवाचार की भारी संभावनाएं हैं।

सरकारी सहायता:

  • राष्ट्रीय कृषि विकास योजना
  • मैनेज का एग्रीप्रेन्योरशिप प्रोग्राम
  • एग्री-बिजनेस सेंटर्स

उपाय: एंटरप्रेन्योरशिप क्लब जॉइन करें, बिजनेस आइडिया पिचिंग करें या एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट में एमबीए पर विचार करें।

गलती 6: सिर्फ सरकारी नौकरी को करियर का अंतिम लक्ष्य मानना

सरकारी नौकरी सम्मानजनक है लेकिन कृषि में योगदान देने के कई और तरीके हैं। जब सरकारी नौकरी की उम्मीद टूटती है तो कई छात्र दिशा खो बैठते हैं।

विकल्प:

  • NGO और अंतरराष्ट्रीय संगठन
  • एग्रीबिजनेस कंपनियां
  • मीडिया और रूरल जर्नलिज्म
  • नीति और रिसर्च थिंक टैंक

सलाह: सरकारी नौकरी की तैयारी करें लेकिन साथ ही स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान दें जैसे डेटा साइंस, जीआईएस, एग्री-फाइनेंस आदि।

आत्ममूल्यांकन से बनेगा मजबूत करियर आधार

कृषि क्षेत्र में सफल करियर की शुरुआत आत्ममूल्यांकन से होती है। बहुत से छात्र सिर्फ सामाजिक दबाव या परिवार की परंपरा के चलते कृषि को चुनते हैं, लेकिन बाद में खुद को असमंजस में पाते हैं। यह जरूरी है कि छात्र अपनी रुचि, ताकत और दीर्घकालिक लक्ष्यों पर विचार करें। क्या वे तकनीकी नवाचारों में रुचि रखते हैं, या सामाजिक परिवर्तन लाना चाहते हैं? क्या वे फील्ड में काम करना पसंद करते हैं या शोध कार्य में? इन सवालों के जवाब उनके लिए करियर का सही मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।

वैश्विक दृष्टिकोण अपनाएं, सीमाएं तोड़ें

आज का कृषि क्षेत्र सिर्फ स्थानीय या राष्ट्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक हो गया है। भारत के युवा कृषि पेशेवरों को यह समझना होगा कि दुनिया भर में एग्रीटेक, क्लाइमेट स्मार्ट फार्मिंग और सस्टेनेबल फूड सिस्टम्स जैसे क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। यदि छात्र समय रहते अंतरराष्ट्रीय अवसरों पर ध्यान देंगे और अपनी स्किल्स को उस स्तर पर निखारेंगे, तो वे सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी जगह बना सकते हैं। इसके लिए विदेशी इंटर्नशिप, स्कॉलरशिप और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भागीदारी की योजना बनाना जरूरी है।

करियर में अध्यात्म से सच्चा संतुलन

कृषि जैसे क्षेत्र में करियर बनाते समय जहां तकनीक, मेहनत और योजना जरूरी है, वहीं अध्यात्म भी उतना ही लाभकारी है। संत रामपाल जी महाराज ने बताया गया है कि व्यक्ति चाहे किसी भी क्षेत्र में हो, अगर वह अपने जीवन में सच्चे ज्ञान को अपनाता है तो उसे मानसिक शांति, धैर्य और सफलता दोनों मिलती है। संत रामपाल जी सिखाते हैं कि जीवन का असली उद्देश्य परमात्मा को पहचानना और सच्चे मार्ग पर चलना है। 

जब छात्र इस तत्वज्ञान को अपने जीवन में उतारते हैं, तो वे न केवल बेहतर कृषि प्रोफेशनल बनते हैं, बल्कि समाज और प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी बेहतर ढंग से निभा पाते हैं। अध्यात्म से जुड़ाव करियर में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देता है और जीवन को सार्थक बनाता है।

निष्कर्ष: तैयार करें एक भविष्य-उन्मुख कृषि करियर

2025 की कृषि स्मार्ट, टेक-ड्रिवन और क्लाइमेट अवेयर है। अगर छात्र इन गलतियों से बचें, तो न सिर्फ अपना बल्कि समाज और पर्यावरण का भविष्य भी संवारे सकते हैं।

तेजी से दोहराएं – ये 6 गलतियां जिनसे बचें

  1. कृषि की विविधता को नजरअंदाज करना
  2. एग्रीटेक और इनोवेशन को अनदेखा करना
  3. परिवार या दोस्तों के दबाव में क्षेत्र चुनना
  4. नेटवर्किंग की अनदेखी
  5. सॉफ्ट स्किल्स और एंटरप्रेन्योरशिप को नजरअंदाज करना
  6. सिर्फ सरकारी नौकरी पर निर्भर रहना

FAQs: कृषि करियर से जुड़े आम सवाल

Q1. क्या कृषि में सरकारी नौकरी ही सबसे अच्छा करियर विकल्प है?

उत्तर: नहीं। कृषि में सरकारी नौकरी के अलावा भी कई बेहतरीन करियर विकल्प हैं। आप एग्रीटेक स्टार्टअप्स, एग्रीबिजनेस कंपनियां, रिसर्च संस्थान, अंतरराष्ट्रीय संगठन (जैसे FAO, IFPRI) या स्वयं का उद्यम शुरू कर सकते हैं।

Q2. क्या कृषि में उद्यमिता (एंटरप्रेन्योरशिप) सुरक्षित करियर विकल्प है?

उत्तर: कृषि क्षेत्र में एंटरप्रेन्योरशिप जोखिमपूर्ण हो सकता है, लेकिन अगर आपके पास ठोस योजना, सही मार्गदर्शन और सरकारी योजनाओं का सहयोग हो तो यह बहुत सफल और फायदेमंद करियर हो सकता है।

Q3. मैं कृषि पढ़ाई के दौरान अपनी स्किल्स कैसे बढ़ा सकता हूं?

उत्तर: आप इंटर्नशिप करें, हैकथॉन में भाग लें, ऑनलाइन कोर्स (जैसे eKrishiShiksha, AgMOOCs) करें और कृषि से जुड़े सेमिनार, वर्कशॉप में हिस्सा लें। नेटवर्किंग करें और इंडस्ट्री से जुड़ें।

Q4. क्या कृषि की पढ़ाई के बाद विदेश में करियर बन सकता है?

उत्तर: हां। अगर आपकी डिग्री अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है और आपके पास IELTS/TOEFL जैसे स्कोर हैं, तो आप कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी जैसे देशों में पढ़ाई या नौकरी के लिए जा सकते हैं।

Q5. एग्रीटेक में करियर बनाने के लिए क्या जरूरी है?

उत्तर: एग्रीटेक में करियर बनाने के लिए टेक्नोलॉजी की बेसिक समझ होनी चाहिए, जैसे डेटा एनालिटिक्स, IoT, ड्रोन टेक्नोलॉजी, जीआईएस आदि। इसके लिए आप शॉर्ट-टर्म कोर्स या इंटर्नशिप से शुरुआत कर सकते हैं।

Q6. कृषि क्षेत्र में हाई-पेइंग (अच्छी सैलरी वाली) जॉब्स कौन-सी हैं?

उत्तर: एग्रीबिजनेस मैनेजर, एग्री-एक्सपोर्ट कंसल्टेंट, फूड क्वालिटी ऑडिटर, एग्रीटेक प्रोडक्ट मैनेजर और डेटा एनालिस्ट जैसे रोल में अच्छी सैलरी मिल सकती है।

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