एप्पल लंबे समय से अपनी तकनीकी प्रगति को इन-हाउस विकसित करने में विश्वास करता रहा है। सिरी जैसे वर्चुअल असिस्टेंट को सुधारने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसे प्रतिद्वंदियों की तुलना में एप्पल की गति धीमी रही है। अब सीईओ टिम कुक ने स्पष्ट कर दिया है कि कंपनी बड़े निवेश के लिए तैयार है—चाहे वह डेटा सेंटर हो या किसी बड़ी AI कंपनी का अधिग्रहण।
Cook ने बताया कि एप्पल ने इस साल सात छोटी कंपनियों का अधिग्रहण किया है और अब वह बड़े अधिग्रहण के लिए भी तैयार है। यह एप्पल की पारंपरिक रणनीति से हटकर है, जो अब तक छोटे, विशेषज्ञ तकनीकी टीमों को खरीदने तक सीमित रही है।
AI में तेजी लाने के लिए एप्पल अब अपने चिप डिज़ाइन का उपयोग कर रहा है ताकि यूज़र की प्राइवेसी बनी रहे। सी एफ ओ केवन पारेख ने कहा कि AI में निवेश “काफी बढ़ेगा”, हालांकि यह “एक्सपोनेंशियल” अर्थात घातीय नहीं होगा।
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल से मुकाबले की तैयारी
माइक्रोसॉफ्ट और Google ने अपने AI चैटबॉट्स और असिस्टेंट्स के जरिए करोड़ों यूज़र्स को आकर्षित किया है। माइक्रोसॉफ्ट 100 बिलियन डॉलर्स और गूगल $85 बिलियन खर्च करने की योजना बना रहे हैं, मुख्यतः डेटा सेंटर पर। Apple अब तक बाहरी डेटा सेंटर पर निर्भर रहा है, लेकिन अब वह खुद के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ाने जा रहा है।
एप्पल का ओपन AI के साथ साझेदारी सिरी को बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम है, लेकिन सिरी के सुधारों में देरी ने कंपनी की चुनौतियों को उजागर किया है। अब एप्पल सफारी ब्राउज़र को AI-सक्षम सर्च इंजन में बदलने की योजना बना रहा है।
बलूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, Apple ने AI ब्राउज़र स्टार्टअप परप्लेक्सीटी को खरीदने पर विचार किया है, जो गूगल के सर्च प्रभुत्व को चुनौती दे सकता है।
एप्पल अब बड़े अधिग्रहण के लिए तैयार
Apple की अब तक की सबसे बड़ी डील बीट्स इलेक्ट्रॉनिक्स (3 बिलियन डॉलर्स) और Intel का मॉडेम चिप बिज़नेस (1 बिलियन डॉलर) रही है। लेकिन अब सीईओ टिम कुक ने संकेत दिया है कि कंपनी किसी भी आकार की कंपनी को खरीदने के लिए तैयार है, बशर्ते वह एप्पल की AI रोडमैप को तेज कर सके।
कुक ने कहा, “हम किसी भी आकार की कंपनी को खरीदने के लिए खुले हैं, अगर वह हमारे रोडमैप को तेज करती है।” यह बयान एप्पल की पारंपरिक M&A नीति से एक बड़ा बदलाव है।
Apple का फोकस अब ऐसे अधिग्रहण पर है जो तकनीकी रूप से उन्नत हों और कंपनी को AI में तेजी से आगे बढ़ने में मदद करें। यह रणनीति Apple को AI रेस में माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के करीब ला सकती है।
डेटा सेंटर में निवेश: Apple की नई प्राथमिकता
Apple अब डेटा सेंटर में निवेश बढ़ाने जा रहा है, जो पहले केवल कुछ अरब डॉलर तक सीमित था। सी एफ ओ पारेख ने कहा कि यह निवेश “काफी बढ़ेगा”, जिससे एप्पल को अपने AI मॉडल्स को बेहतर ढंग से होस्ट करने में मदद मिलेगी।
Apple अपने खुद के चिप डिज़ाइन का उपयोग कर रहा है ताकि AI प्रोसेसिंग डिवाइस पर ही हो सके, जिससे यूज़र की प्राइवेसी बनी रहे। यह Apple की प्राइवेसी-फर्स्ट रणनीति के अनुरूप है।
AI में एप्पल का भविष्य: चुनौतियाँ और अवसर
Apple के सामने कई चुनौतियाँ हैं—गूगल से मिलने वाले अरबों डॉलर के सर्च डील पर कोर्ट का खतरा मंडरा रहा है, और नए स्टार्टअप्स जैसे Perplexity सर्च मार्केट में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं।