बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी (BPSC) के छात्र 70वीं PT परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे। छात्र यह मांग पिछले 7 से 8 दिनों से कर रहे थे,जिसके चलते छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी किया । सरकार द्वारा छात्रों की मांग को अनसुना करने पर छात्रों ने धरना भी किया। धरना पिछले एक सप्ताह से पटना के गर्दनीबाग में चल रहा था,जिसमें छात्र अनशन में बैठे थे। उनकी मांग के समर्थन में कई राजनेता इनके धरना स्थल पर जाकर इनको प्रेरित कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि प्रशासन द्वारा मंजूरी न मिलने पर भी छात्रों द्वारा धरना किया गया।दिन रविवार 29 दिसंबर 2024 को सुबह से ही गांधी मैदान में प्रदर्शन जारी था,तो देखते ही देखते पूरा गांधी मैदान पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
पुलिस द्वारा लगातार स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी, परंतु शाम होते ही स्थिति बिगड़ गई। छात्र पहले से ही निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सभी प्रशांत किशोर (जो सभी शास्त्रों को लीड कर रहे थे) की अगुवाई में सीएम हाउस जाने लगे। उसके बाद शाम होते ही सभी छात्र जीपी गोलंबर से होते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने लगे,तो पुलिस भी भारी संख्या में उनको रोकने के लिए पहुंची।
लेकिन सब्र का बांध टूटने के कारण छात्र नहीं रुके और बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें जेपी गोलंबर के पास ही रोकने की कोशिश की थी,क्योंकि भीड़ का डाक बंगला चौराहे पर पहुंचने पर जाम लग जाता। बैरिकेडिंग टूटते ही पुलिस भी गरमा गई और छात्रों पर लाठी चार्ज शुरू कर दिया। लाठी चार्ज के दौरान छात्र घायल भी हो गए और अभी उनका इलाज भी चल रहा है।
पुलिस का कहना है कि छात्र हिंसक हो गए थे। पहले तो उन्होंने बिना अनुमति के धरना किया, फिर मार्च किया। इतना ही नहीं छात्र सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा रहे थे, इसीलिए हमें ठंडे पानी के बौछार करनी पड़ी। दूसरी तरफ छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी कसूर के उन पर लाठी चार्ज किया। छात्रों का आरोप है कि पुलिस जहां जलियां वाला बाग बनाना चाहती है। इस घटना का वीडियो भी है,जिसमें पुलिस छात्रों को पिटती नजर आ रही है। पुलिस ने महिला छात्रों को भी नहीं बक्शा ।
इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल भी गरमा गया। विपक्ष के नेताओं में भी अभ्यर्थियों का समर्थन किया, जिनमें से एक है पूर्णिया के पप्पू यादव। पप्पू यादव ने बीपीएससी BPSC पर आरोप लगाया कि वह युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और साथ में नीतीश सरकार को चुनौती दी तथा परीक्षा रद्द न करने पर 1 जनवरी को बिहार बंद का ऐलान किया। पप्पू यादव ने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें।
इस संसार में किसी न किसी बात को लेकर संघर्ष चलता ही रहता है, लेकिन सतलोक एक ऐसा स्थान है, जहां जाने के बाद किसी वस्तु के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ता। सतलोक की प्राप्ति केवल तत्वदर्शी संत से तत्वज्ञान समझकर भक्ति करने से ही हो सकती है। वर्तमान में एकमात्र तत्वदर्शी संत जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज ही हैं। अधिक जानकारी के लिए विजिट करें संत रामपाल जी महाराज ऐप पर।