जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में अस्साई नदी के किनारे आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन की शुरुआत कुछ दिन पहले तब हुई, जब इसी इलाके में एक आतंकी मुठभेड़ में मारा गया था। इसके बाद से क्षेत्र में आतंकियों की संभावित मौजूदगी की खबरों के चलते यह एंटी-टेरर ऑपरेशन और अधिक तीव्र कर दिया गया है।
डोडा जिले में हाल ही में हुए आतंकी हमले में 48 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन ने वीरगति प्राप्त की। उनकी शहादत ने पूरे देश को झकझोर दिया है, और उनके बलिदान से पूरा देश शोक में है। यह हमला उस समय हुआ जब सुरक्षा बल इलाके में सर्च ऑपरेशन कर रहे थे। इस हमले ने सेना के मनोबल को ठेस पहुँचाई है, लेकिन इसके बावजूद सेना ने अपना अभियान जारी रखा है और आतंकियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है।
सर्च ऑपरेशन के दौरान, सुरक्षा बलों ने आतंकियों के कब्जे से अमेरिकी निर्मित राइफल बरामद की है, जो सेना के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की उन्नत हथियारों की बरामदगी हुई है, और यह घटना संकेत देती है कि आतंकियों के पास अत्याधुनिक हथियारों तक पहुंच है। इसके अलावा, सुरक्षाबलों ने तीन संदिग्ध बैग भी बरामद किए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
ऑपरेशन के दौरान, कई स्थानों पर आतंकियों के छिपे हुए बारूद भंडार भी ज़ब्त किए गए हैं, जो आतंकियों की खतरनाक योजनाओं की ओर इशारा करते हैं। सेना के जवान पूरी सतर्कता के साथ इलाके की छानबीन कर रहे हैं और हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सेना का कहना है कि वह जल्द ही इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाएगी और इलाके को आतंकियों से मुक्त कर देगी।