IAS Coaching Tragedy: दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर में एक मशहूर कोचिंग सेंटर में शनिवार शाम हुई अनहोनी ने पूरी दिल्ली को हिला कर रख दिया है। भारी बारिश की वजह से राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में अचानक पानी भर जाने से तीन UPSC छात्रों की जान चली गई, जिनमें दो लड़कियां और एक लड़का शामिल हैं। इस दुखद घटना ने न सिर्फ शहर के बुनियादी ढांचे पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है।
IAS Coaching Tragedy: कोचिंग सेंटर बना मौत का कुआं
शनिवार शाम करीब 7 बजे दिल्ली फायर सर्विस को राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में पानी भरने की खबर मिली। कार्रवाई करते हुए पांच दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। साथ ही, नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) के गोताखोर भी फंसे हुए छात्रों को बचाने के लिए भेजे गए। कोचिंग सेंटर के एक टीचर ने कहा कि दमकल गाड़ियों की जगह NDRF को पहले भेजा जाना चाहिए था।
IAS Coaching Tragedy: मौके पर मौजूद लोगों और छात्रों के मुताबिक, बेसमेंट में कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी थी, जहां छात्र खुद से पढ़ाई करने जाते थे। गवाहों ने बताया कि देखते ही देखते बेसमेंट में 10-12 फुट तक पानी भर गया, जिससे छात्रों को बचने का कोई मौका नहीं मिला। मौसम विभाग के मुताबिक, पुराने राजेंद्र नगर के पास PUSA मौसम केंद्र ने शाम 5:30 से 8:30 के बीच 31.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की।
बचाव अभियान: वक्त से लड़ती बचाव टीमें
IAS Coaching Tragedy: फायर डिपार्टमेंट के अफसरों ने बताया कि उन्होंने दो छात्राओं के शव एक-एक करके निकाले – पहला रात 10:30 बजे और दूसरा 11:20 बजे। तीसरा व्यक्ति, जो एक लड़का था, उसका शव बाद में निकाला गया। एक टीचर ने बताया कि जब पानी भरना शुरू हुआ, तो छात्रों को निकालने की कोशिशें की गईं और 112 पर फोन किया गया, लेकिन ट्रैफिक जाम की वजह से बचाव टीमों के पहुंचने में देर हुई।
IAS Coaching Tragedy: आरोपों और प्रत्यारोपों की बौछार में डूबती जिम्मेदारी
इस घटना ने राजनीतिक पार्टियों के बीच तीखी बहस छेड़ दी है। बीजेपी ने सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी पर इलाके के विधायक की लापरवाही का आरोप लगाया है।
राजेंद्र नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा, “एक जगह पर नाले का फटना इस समस्या की वजह बनी है। पानी निकालने के लिए पंप लगाए गए हैं। अगर यह नालों की सफाई की कमी की वजह से होता, तो दूसरी इमारतों में भी पानी जमा हो जाता, लेकिन सिर्फ एक इमारत का बेसमेंट डूबा है क्योंकि नाला सिर्फ एक जगह पर फटा था।”
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दूसरी तरफ, बीजेपी की नई दिल्ली सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, “लोग लगातार विधायक से राजेंद्र नगर नाला साफ करने को कह रहे थे। लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। यही इस तबाही की वजह है। दुर्गेश पाठक को बुलाया गया, मैसेज भेजा गया, विनती की गई, लेकिन नाला साफ नहीं किया गया। छात्रों को पहले करंट लगना, फिर डूबना। वे यहां पढ़ने आए थे और आप सरकार से उन्हें यह मिल रहा है।”
IAS Coaching Tragedy: स्वराज ने जिस बिजली के झटके का जिक्र किया, वह 22 जुलाई की दोपहर की घटना थी, जब 26 साल का नीलेश राय नाम का UPSC छात्र दक्षिण पटेल नगर में अपने पेइंग गेस्ट घर लौट रहा था। अधिकारियों के मुताबिक, उसने पानी भरे इलाके को पार करने के लिए अपने PG बिल्डिंग के पास एक लोहे के गेट को छुआ और तुरंत जमीन पर गिर पड़ा। अधिकारियों का कहना है कि गेट में बिजली का प्रवाह था क्योंकि एक नंगी तार उसके संपर्क में थी।
सरकारी कार्रवाई: जांच के वादे और कार्रवाई की घोषणाएं, पर क्या मिलेगा न्याय?
IAS Coaching Tragedy: लोक निर्माण मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को 24 घंटे के अंदर शनिवार की घटना पर एक रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा, “जिनकी लापरवाही से यह घटना हुई है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। जो भी दोषी पाया जाए, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए और जल्द से जल्द उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।”
दिल्ली सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, पुलिस ने छात्रों की मौत के मामले में आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।
विपक्ष का हमला: इस्तीफों की मांग से गूंजता राजनीतिक गलियारा
बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की सरकार को घटना का जिम्मेदार ठहराते हुए दिल्ली की मंत्री आतिशी से इस्तीफा मांगा है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद बांसुरी स्वराज खबर मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा, “नालों की सफाई न होने की वजह से यह घटना हुई है। इस घटना के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को इसकी जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देना चाहिए।”
IAS Coaching Tragedy | दिल्ली के दिल पर चोट: सवालों के घेरे में राजधानी का भविष्य
IAS Coaching Tragedy: यह घटना दिल्ली के बुनियादी ढांचे और आपदा प्रबंधन क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जहां एक तरफ तीन UPSC छात्रों की मौत ने परिवारों को गहरे दुख में डुबो दिया है, वहीं दूसरी तरफ यह घटना राजधानी में पानी की निकासी व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है। जलभराव और नालों की सफाई राजधानी में एक राजनीतिक मुद्दा रहा है, जहां विपक्षी बीजेपी अक्सर आप-संचालित लोक निर्माण विभाग और दिल्ली नगर निगम पर पर्याप्त काम न करने का आरोप लगाती रही है। आने वाले दिनों में इस मामले की गहरी जांच और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग तेज होने की संभावना है।
निष्कर्ष: आध्यात्मिक जागृति की आवश्यकता
यह दुखद घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना अनिश्चित है। भौतिक सुख-सुविधाओं और करियर की दौड़ में हम अक्सर जीवन के वास्तविक उद्देश्य को भूल जाते हैं। यह समय है कि हम अपने जीवन में आध्यात्मिकता और सच्ची भक्ति को महत्व दें।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तकें जैसे ‘ज्ञान गंगा‘ और ‘जीने की राह’ हमें सच्चे ईश्वर की भक्ति, आध्यात्मिक ज्ञान और जीवन के नैतिक मूल्यों के बारे में सिखाती हैं। इन पुस्तकों को पढ़कर हम न केवल अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं, बल्कि समाज में फैली बुराइयों और अंधविश्वासों से भी मुक्त हो सकते हैं।
आइए, हम इस त्रासदी से सीख लें और अपने जीवन को सही दिशा में मोड़ें। सच्ची भक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान के माध्यम से हम न केवल अपना, बल्कि पूरे समाज का कल्याण कर सकते हैं। यह समय है जब हम भौतिक सुख-सुविधाओं के साथ-साथ आत्मिक उन्नति पर भी ध्यान दें, ताकि हमारा जीवन सार्थक और संतुलित हो सके।