हाल ही में फरीदाबाद, हरियाणा की ग्रीन फील्ड कॉलोनी में एसी में आग लगने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। घटना में परिवार का बेटा गंभीर रूप से घायल हुआ। ग्रीनफील्ड कॉलोनी में चार मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर लगे एसी में अचानक ब्लास्ट हुआ, जिसके बाद घर में आग लग गई। धमाके के समय पहली मंज़िल पर मौजूद दंपति किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकल आए।
लेकिन आग का धुआं तेजी से ऊपर की मंजिलों तक फैल गया। दूसरी मंजिल पर रह रहे सचिन कपूर (48), उनकी पत्नी रिंकू कपूर (43) और बेटी सुजान कपूर (13) की धुएं से दम घुटने के कारण मौत हो गई। हादसे में परिवार का पालतू कुत्ता भी नहीं बच पाया। वहीं, बेटा आर्यन (24) खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहा परंतु घायल भी हुआ।
जांच अभी जारी है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार एसी चलाना, शॉर्ट सर्किट और ओवरहीटिंग जैसी वजहें इस तरह की घटनाओं का कारण बन सकती हैं।
पिछले साल भी भीषण गर्मी के दौरान देशभर में एसी ब्लास्ट और आग लगने की कई घटनाएँ सामने आई थीं। यह हादसा फिर से चेतावनी दे रहा है कि गर्मी के दिनों में एसी का लापरवाही से इस्तेमाल करना कितना खतरनाक हो सकता है।
एसी में आग लगने के प्रमुख कारण
- गर्मियों में एसी इस्तेमाल करना हमारी ज़रूरत बन चुका है, लेकिन छोटी सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। हाल की घटना ने दिखा दिया कि मामूली गड़बड़ियाँ भी जानलेवा साबित हो सकती हैं।
- लंबे समय तक लगातार चलाना
- रातभर या कई घंटों तक बिना ब्रेक एसी चलाने से कंप्रेसर गरम होकर आग या विस्फोट का कारण बन सकता है।
- इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट
- ढीले कनेक्शन या खराब वायरिंग से छोटी चिंगारी पैदा होती है, जो खासकर रात में बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती है।
- ओवरहीटिंग और टर्बो मोड
- लगातार टर्बो मोड पर एसी चलाने से सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और तापमान तेज़ी से बढ़ता है।
सुरक्षा और बचाव के उपाय
- टाइमर का उपयोग करें: एसी को लंबे समय तक लगातार न चलाएँ, टाइमर मोड से ऑटो बंद होने दें।
- नियमित सर्विसिंग: हर सीज़न में प्रोफेशनल से वायरिंग, फिल्टर और कनेक्शन की जांच करवाएँ।
- आउटडोर यूनिट की सफाई: बाहर की यूनिट पर जमी धूल व गर्मी भी खराबी और आग का कारण बन सकती है।
- पुराना एसी बदलें: बार-बार खराब होने वाले पुराने एसी को समय रहते नए और सुरक्षित मॉडल से बदलें।
- हर सीजन में प्रोफेशनल से वायरिंग, फिल्टर और प्लग की सर्विसिंग जरूर करवाएँ।
हर साल एसी ब्लास्ट और आग लगने की घटनाओं में कई लोग अपनी जान गंवाते हैं। हाल की घटना ने साफ कर दिया है कि हमें एसी का इस्तेमाल बेहद सावधानी से करना होगा। नियमित रखरखाव, समय पर सफाई और सही तकनीक से इंस्टॉलेशन ही इन हादसों को रोक सकते हैं। गर्मी के दिनों में एसी हमें राहत देता है, लेकिन लापरवाही से यही राहत जानलेवा खतरा बन सकती है।
एसी हादसों से जुड़े सवाल-जवाब
1. एसी में आग लगने के आम कारण क्या हैं?
लगातार लंबे समय तक एसी चलाना, इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट, खराब वायरिंग और टर्बो मोड से ओवरहीटिंग मुख्य कारण हो सकते हैं।
2. एसी ब्लास्ट क्यों होता है?
कंप्रेसर पर अत्यधिक दबाव, गैस लीकेज, ओवरहीटिंग या खराब सर्विसिंग के कारण कंप्रेसर फट सकता है, जिससे ब्लास्ट जैसी घटना होती है।
3. एसी में आग लगने से कैसे बचा जा सकता है?
टाइमर का उपयोग करें और एसी को लगातार न चलाएँ।
हर सीजन में प्रोफेशनल से सर्विसिंग कराएँ।
वायरिंग और प्लग की नियमित जांच करें।
आउटडोर यूनिट की सफाई करें।
पुराना या बार-बार खराब होने वाला एसी बदलें।
4. एसी इंस्टॉलेशन के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
सही क्षमता का एसी चुनें, क्वालिटी वायरिंग का इस्तेमाल करें और लाइसेंस प्राप्त इलेक्ट्रिशियन से इंस्टॉल कराएँ।
5. एसी ब्लास्ट होने से पहले कौन-से संकेत दिखाई देते हैं?
अगर एसी से जलने जैसी गंध आने लगे, बार-बार ट्रिप हो, असामान्य आवाज़ें आएं, एसी का बॉडी या प्लग असामान्य रूप से गर्म हो जाए, या स्मोक दिखने लगे तो यह खतरे का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत एसी बंद कर विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए।