भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने अनेकों महत्वपूर्ण ऐलान किये। इन ऐलानों में भारत की सुरक्षा को देखते हुए उन्होंने ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ का ऐलान किया। जिसमें भारत के सभी मुख्य ठिकानों को 2035 तक सुरक्षा कवच मिलेगा। आने वाले 10 वर्षों में पीएम मोदी ने भारत को सुदर्शन चक्र मिशन की तरह एक सुरक्षा कवच देने का ऐलान किया। इस मिशन का नाम सुदर्शन चक्र भगवान श्री कृष्ण के चक्र से लिया गया है जो शत्रुओं का नाश करेगा। यह मिशन भारत की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चलाया गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी के मिशन सुदर्शन चक्र के ऐलान से संबंधित मुख्य बिंदु :-
- सुदर्शन चक्र एक मिशन है जो शत्रुओं द्वारा दागी गई मिसाइलों का प्रतिद्वंद्वी है।
- इस मिशन का नाम सुदर्शन चक्र भगवान श्री कृष्ण के चक्र से लिया गया है जो दुश्मनों का नाश करता है।
- इस मिशन का मुख्य उद्देश्य है भारत को सुरक्षा कवच प्रदान करना है जो भारत की सभी सार्वजनिक स्थान में सुरक्षा करेगा।
- मेक इन इंडिया के तहत पीएम मोदी ने सुदर्शन चक्र मिशन के अनुसंधान, विकास और विनिर्माण के लिए आत्मनिर्भर होने की बात कही।
क्या है सुदर्शन चक्र मिशन
सुदर्शन चक्र एक मिशन है जो भारत की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। इस मिशन के चलते भारत के सभी सार्वजनिक स्थानों पर एक सुरक्षा कवच देखा जाएगा। पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइलों को भारत के S-400 (सुदर्शन चक्र) ने नाकाम कर दिया था। जिसके चलते पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब दुश्मनों के वार को दुरुस्त करने का काम सुदर्शन चक्र मिशन कर रहा है।
आखिर इस मिशन का नाम सुदर्शन चक्र क्यों रखा
‘सुदर्शन चक्र मिशन’ इस मिशन का नाम भगवान श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र से जोड़ते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि “जैसे भगवान श्री कृष्ण जी का सुदर्शन चक्र सब दुश्मनों का वध कर सुरक्षा करता है वैसे ही यह ‘सुदर्शन चक्र मिशन’ दुश्मनों के वार के लिए एक सुरक्षा कवच बनेगा”। इस मिशन को भगवान कृष्ण जी के सुदर्शन चक्र से इसीलिए भी जोड़ा गया क्योंकि से जिस प्रकार सुदर्शन चक्र खुद को बिना हानी किये शत्रुओं का नाश कर देता है, वहीं यह मिशन भी शत्रुओं को नाश करेगा और खुद अपने यथा स्थान पर आ जाएगा।
इस मिशन का उद्देश्य क्या है
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुदर्शन चक्र मिशन की शुरुआत भारत की सुरक्षा को मुख्य रखते हुए की गई। इसका उद्देश्य भारत में उपस्थित दुश्मनों के वार को बेअसर करना तथा भारत की आक्रामक क्षमताओं को बढ़ाना है।
साथ ही उन्होंने कहा कि “आने वाले 10 वर्षों में भारत को सुदर्शन चक्र का कवच दिया जाएगा जो डिफेंस और एक्शन दोनों मोड पर आधारित होगा।” देश की सुरक्षा के चलते पीएम मोदी ने लड़ाकू जेट विमानों के इंजन का निर्माण भारत में किये जानें की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की आने वाले वर्ष 2035 तक भारत को एक सुरक्षा कवच अर्थात् सुदर्शन चक्र दिया जाएगा जो भारत की सभी सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा करेगा।
क्या है मेक इन इंडिया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया का हवाला देकर कहा कि आने वाले समय में भारत शक्तिशाली डिफेंस सिस्टमों को तैयार करेगा। जिसके तहत उन्होंने सुदर्शन चक्र मिशन के बारे में कहा कि यह डिफेंस और एक्शन दोनों पर आधारित होगा। साथ ही युद्ध की स्थिति में वन प्लस स्ट्रैटजी काम करेगी।
उन्होंने कहा कि, “जब युद्ध में टेक्नोलॉजी का विस्तार हो रहा है, अब देश की सुरक्षा के लिए, देश की नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमने जो महारत पाई है अब उसका और विस्तार बाकी है। इसलिए हमने संकल्प लिया है कि समृद्धि के साथ-साथ देश की सुरक्षा को भी आगे बढ़ाया जाएगा अर्थात अगर देश में सुरक्षा की ही उदासीनता रही तो समृद्धि कोई मायने नहीं रखती है।”
मिशन की सभी बातों को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, “यह पूरा आधुनिक सिस्टम है इसके लिए अनुसंधान, विकास और विनिर्माण देश में ही होगा, देश के नौजवानों के टैलेंट से होगा। यह एक ऐसी व्यवस्था होगी जो युद्ध नीति के हिसाब से भविष्य में क्या संभावना है उनका हिसाब -किताब लगाकर एक कदम आगे रहने की रणनीति तय करेगी।” इस प्रकार पीएम मोदी ने देश की सुरक्षा के लिए मिशन सुदर्शन चक्र का निर्माण भारत में ही करने का आह्वान किया जिससे भारत मेक इन इंडिया में आगे बढ़ेगा।